जब सरोज खान ने एक आवर्ड शो में कहा 'माधुरी नहीं होती तो मैं नहीं होती'

    जब सरोज खान ने एक आवर्ड शो में कहा 'माधुरी नहीं होती तो मैं नहीं होती'

    जब सरोज खान ने एक आवर्ड शो में कहा 'माधुरी नहीं होती तो मैं नहीं होती'

    सरोज खान अब इस दुनिया में नहीं रही। आज यानी शुक्रवार को मुंबई के गुरु नानक हॉस्पिटल में अपनी आखिरी सांस ली। सरोज खान पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रही थीं। उनके यूं दुनिया को अलविदा कहने से फिल्म जगह में शोक मनाया जा रहा है। सोशल मीडिया पर एक्टर्स उनके काम को सलाम करते हुए उन्हें याद कर रहे हैं।

    वैसे तो सरोज खान ने कई हीरोइनों का करियर बदल दिया। लेकिन माधुरी दीक्षित की सफलता में कही न कहीं सरोज खान को भी श्रेय जाता है। उनकी फिल्म बेताब के गाने ‘एक दो तीन’ उस समय का सबसे बड़ा खाना था। माधुरी का डांस सभी को पसंद आया। इसी डांस नंबर के बाद फिल्मफेयर में बेस्ट कोरियोग्राफर की केटेगरी भी जोड़ी गई और पहली बार जिस कोरियोग्राफर को ये अवार्ड दिया गया वो सरोज खान थी। इस गाने के बाद माधुरी और सरोज खान की जोड़ी हिट हो गई। सरोज खान ने माधुरी की फिल्म तेज़ाब, बेटा, देवदास, कलंक के गानों के लिए कोरियोग्राफी की।

    माधुरी और सरोज खान का कुछ ऐसा रिश्ता था कि एक अवार्ड फंक्शन में जब उनकी 40 साल की फ़िल्मी जर्नी को अवार्ड से सम्मानित किया जा रहा था जब उन्होंने कहा था ‘अगर माधुरी ना होती, तो मैं ना होती’।

    आइफा अवार्ड के दौरान सरोज खान को उनकी 40 साल की फ़िल्मी जर्नी के लिए लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया था। इस अवार्ड से पहले माधुरी दीक्षित ने उनके लिए खास डांस परफॉरमेंस भी तैयार की थी। जब वो स्टेज पर पहुंची तो उन्होंने माधुरी के लिए ये शब्द कहे थे-

    बता दें, सरोज जी अब हमारे बीच नहीं रही। उन्होंने 71 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया। सरोज खान ने अपने 40 साल के करियर में हर जनरेशन के एक्टर्स को नचाया। उन्हें फिल्म देवदास के गाने 'डोला रे डोला', 'श्रृंगारम' के सारे गाने, 'जब वी मेट' के 'ये इश्क हाये' के लिए नैशनल अवॉर्ड से भी सम्मानित किया जा चूका है। आखिरी बार उन्होंने फिल्म कलंक के गाने ‘तबाह हुए हम’ अपनी फेवरेट माधुरी को ही कोरियोग्राफ किया था।