शो से निकले जाने के बाद सुशांत सिंह का बयान कहा, लोग पद्मावत का विरोध करते हैं लेकिन जरूरी मुद्दों का नहीं !

    लोग पद्मावत का विरोध करते हैं लेकिन जरूरी मुद्दों का नहीं !

    शो से निकले जाने के बाद सुशांत सिंह का बयान कहा, लोग पद्मावत का विरोध करते हैं लेकिन जरूरी मुद्दों का नहीं !

    एक्टर सुशांत सिंह इन दिनों नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने को लेकर सुर्ख़ियों में बने हुए हैं। सुशांत का दावा ये भी है कि इस कानून के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने की वजह से उन्हें टीवी शो ‘सावधान इंडिया’ से भी बाहर कर दिया गया। अब इस पूरे मामले पर सुशांत ने पीटीआई से बात की है।

    सुशांत ने पीटीआई को बताया कि काम ना मिलने के डर से इंडस्ट्री में मूकदर्शक बन कर बैठे हैं। उन्होंने कहा ‘मैं दूसरों की जिम्मेदारी नहीं ले सकता, लेकिन मेरा मानना है कि मेरे पास आवाज है तो मैं बोलूंगा।’ उन्होंने आगे कहा, ‘ऐसा नहीं है कि उनमें से कोई नहीं बोल रहा है। ऋचा चड्ढा, तापसी पन्नू, जीशान अय्यूब और अभिनव सिन्हा जैसे लोग हैं, जो हालिया घटनाओं को लेकर बोल रहे हैं। जिनको गलत लगा वो बोल रहे हैं, जिनको नहीं, वो चुप हैं।’

    शो से निकले जाने के बाद सुशांत सिंह का बयान कहा, लोग पद्मावत का विरोध करते हैं लेकिन जरूरी मुद्दों का नहीं !

    सुशांत ने कहा, ‘मैं परेशान हूं खासतौर पर जिस तरह से छात्रों के साथ व्यवहार किया जा रहा है। पहले ये जेएनयू के साथ हुआ, जहां छात्रों ‘टुकड़े-टुकड़े गैंग’ का तमगा देने के लिए फर्जी वीडियो सर्कुलेट किए गए। किसी ने उनसे माफी नहीं मांगी और उन्हें अभी तक उसी नाम से बुलाया जाता है।’

    उन्होंने कहा, ‘इसी तरह जामिया के छात्र भी किसी तरह की हिंसा में शामिल नहीं थे और पुलिस ने भी इस पर स्पष्टीकरण दिया। हम सभी को पता है कि उनके साथ क्या हुआ। यह अजीब है कि आग लगी बस का वीडियो है लेकिन किसने आग लगाई, इसका कोई वीडियो नहीं है? एक समुदाय विशेष और छात्रों की आवाज को दबाने की लगातार कोशिश की जा रही है। ये हमारा भविष्य हैं, हम इस पर चुप्पी नहीं साध सकते।’

    शो से निकले जाने के बाद सुशांत सिंह का बयान कहा, लोग पद्मावत का विरोध करते हैं लेकिन जरूरी मुद्दों का नहीं !

    ‘अगर मुझे लगता है एक पिता या नागरिक के रूप में सही मुद्दा है। तो ये ये मेरी जिम्मेदारी इस मुद्दे पर आवाज उठाने की। क्योंकि कल मुझे अपने बच्चों को भी जवाब देना है। 'पद्मावत' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुए थे, लेकिन उन मुद्दों के खिलाफ नहीं, जो दैनिक जीवन को प्रभावित कर रहे हैं।"

    सुशांत ने आगे कहा ‘मैंने महसूस किया है कि भारतीयों के रूप में, हमारा विवेक मर चुका है। हमें किसी बात पर गुस्सा नहीं आता, फिर चाहे हमारे साथ कुछ भी होता रहे। जब तक निर्भया की हत्या नहीं हुई होती या हैदराबाद वाली घटना नहीं हुई थी तब तक मुझे लगा हम मर चुके हैं। लेकिन मैंने इन छात्रों की वजह से अपना विश्वास वापस पा लिया है।’

    बता दें, सुशांत इन दिनों सावधान इंडिया होस्ट कर रहे थे। इससे पहले वप सत्या, भगत सिंह जैसी फिल्मों में नज़र आ चुके हैं।