सुशांत की बहन ने लिखा इमोशनल लेटर, कहा- वो कलाई नहीं है जिस पर राखी बांध सकूं

    सुशांत की बहन ने लिखा- वो कलाई नहीं है जिस पर राखी बांध सकूं

    सुशांत की बहन ने लिखा इमोशनल लेटर, कहा- वो कलाई नहीं है जिस पर राखी बांध सकूं

    सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद ये पहला राखी का मौका है जब उनकी बहनें उनकी कलाई पर राखी नहीं बांध सकती। उनकी चार बहनें हैं और आज के दिन वो सभी मायूस हैं। इनमें से सुशांत की सबसे बड़ी बहन ने एक लेटर लिखा है जिसमें उन्होंने बताया कि 35 साल बाद वो पहला मौका है जब वो राखी नहीं बांध सकतीं।

    उन्होंने लिखा, ''गुलशन, मेरा बच्चा। आज मेरा दिन है। आज तुम्हारा दिन है। आज हमारा दिन है। आज राखी है। पैंतीस साल के बाद ये पहला अवसर है जब पूजा की थाल सजी है। आरती का दीया भी जल रहा है। हल्दी-चंदन का टीका भी है। मिठाई भी है। राखी भी है। बस वो चेहरा नहीं है जिसकी आरती उतार सकूं। वो ललाट नहीं है जिसपर टीका सजा सकूं। वो कलाई नहीं जिस पर राखी बांध सकूं। वो मुंह नहीं जिसे मीठा कर सकूं। वो माथा नहीं जिसे चूम सकूं। वो भाई नहीं जिसे गले लगा सकूं।''

    नीतू ने आगे लिखा, ''सालों पहले जब तुम जब आए थे तो जीवन जगमग हो उठा था। जब थे तो उजाला ही उजाला था। अब जब तुम नहीं हो तो मुझे समझ नहीं आता कि क्या करूं? तुम्हारे बगैर मुझे जीना नहीं आता। कभी सोचा नहीं कि ऐसा भी होगा। ये दिन होगा पर तुम नहीं होगे। ढेर सारी चीजें हमने साथ-साथ सीखी। तुम्हारे बिना रहना मैं अकेले कैसे सीखूं। तुम्हीं कहो। हमेशा तुम्हारी... रानी दी।''

    सुशांत की एक और बहन श्वेता ने तो बचपन की यादें ताजा की है। उन्होंने सभी बहनों और सुशांत की राखी के मौकों की तस्वीर शेयर की है।

    जाहिर है आज राखी के दिन सुशांत की बहनें उन्हें बेहद याद कर रही हैं।