जॉन की फिल्म 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण' इन वजहों से अलग साबित हो सकती है !

    जॉन की फिल्म 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण' इन वजहों से अलग साबित हो सकती है !

    जॉन अब्राहम की फिल्म 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' आखिरकार रिलीज़ होने को तैयार है। ये फिल्म 2017 से डिले होती जा रही है और अब 25 मई को सिनेमाघरों में लगने वाली है। इस फिल्म के ज़रिये सभी की साल 1998 के 11 मई की यादें ताज़ा होने वाली हैं, जब भारत ने सफलता से अपने आप को एक परमाणु शक्ति साबित किया था और दुनिया का छठा परमाणु शक्ति वाला देश बना था।

    जॉन की फिल्म 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ पोखरण' इन वजहों से अलग साबित हो सकती है !

    तो 'परमाणु: द स्टोरी ऑफ़ पोखरण' में ऐसा क्या ख़ास है, जिसकी वजह से आपको ये फिल्म देखनी चाहिए? आइये इसके बारे में बताते हैं आपको -

    1. इस फिल्म की वजह से आज की पीढ़ी को भारतीय इतिहास के सबसे महत्वपूर्ण पहलु के बारे में पता चलेगा

    परमाणु हथियारों को दूसरी बार टेस्ट किये जाने की ये घटना भारतीय इतिहास की सबसे घटनाओं में से एक है। इस न्यूक्लियर टेस्ट ने ना केवल भारत को एक परमाणु शक्ति घोषित किया था बल्कि दुनियाभर को ये मेसेज भी दिया था कि भारत अपने बचाव के तरीकों में आगे बढ़ रहा है। भले ही भारत की इस बात की कई देशों ने निंदा की थी लेकिन ये वो देश थे, जो पहले ही परमाणु शक्ति बन चुके थे। ये देखना दिलचस्प होगा कि ये कहानी कैसे परदे पर दिखाई जाएगी।

    2. डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम का किरदार कौन निभाएगा?

    भारत के पूर्व राष्ट्रपति, स्वर्गीय डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम इस प्रोजेक्ट के चीफ को-ऑर्डिनेटर थे और उनके साथ इस प्रोजेक्ट में आर. चितंबरम भी थे। ये देखना दिलचस्प होगा कि इस फिल्म में इन दोनों का किरदार कौन निभाता है।

    3. क्या चीन ने पाकिस्तान में परमाणु हथियारों की सप्लाई की थी?

    फिल्म के ट्रेलर में हमने सुना कि चीन ने पाकिस्तान को एटम बम सप्लाई किये थे। लेकिन हमेशा से यही कहा गया है कि चीन ने पाकिस्तान को सहायता पहुंचाई है और सीधे उसको हथियार सप्लाई नहीं किये हैं। हम फिल्म में इस विवादित बात को खुलते देखना चाहेंगे।

    4. क्या सीआईए कभी अपना कवर तोड़ सकती है?

    फिल्म के ट्रेलर में एक्ट्रेस डायना पेंटी का किरदार कहता है कि उनका कवर टूट चुका है। लेकिन पोखरण टेस्ट की कहानी में बताया गया है कि ये एक दशक की गंभीर खुफिया विफलता का सबूत था। क्योंकि भारत के आर्मी अफसरों और साइंटिस्ट ने अमेरिका को बढ़िया तरीके से छला था और उनकी नाक के नीच भारत को परमाणु शक्ति बना दिया था।

    देखिये परमाणु का ट्रेलर यहां -