इन 5 बड़े कारणों की वजह से आपको टीवी सीरियल छोड़कर वेब-सीरीज़ देखनी चाहिए !
भारत में टीवी शोज़ की लोकप्रियता बहुत हद तक बॉलीवुड फिल्मों को टक्कर देती है। टीवी पर रोजाना टेलीकास्ट होने वाले शोज़ की ऑडियंस काफी ज्यादा होती है और ऑडियंस को भी अपने पसंदीदा एक्टर्स के नाम नहीं, उनके किरदारों के नाम पता होते हैं। लोग अक्सर टीवी एक्टर्स को उनके नाम से नहीं बल्कि उनके किरदारों के नाम से बुलाते हैं। ऐसे में यह सोचना भी मुश्किल था कि एंटरटेनमेंट का कोई और ऐसा माध्यम भी हो सकता है जो फिल्मों और टीवी को भी टक्कर दे सकता है। लेकिन ऐसा हुआ।
आज लोग हर तरफ ‘सेक्रेड गेम्स’ की बात कर रहे हैं। हर किसी की जुबान पर इसके किरदारों गायतोंडे, सरताज, कुकू और बंटी के नाम हैं। ‘सेक्रेड गेम्स’ एक वेब सीरीज है, जिसका पहला सीज़न लगभग एक महीने पहले, पॉपुलर वेब प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर आया। ये नेटफ्लिक्स की पहली इंडियन वेब सीरीज है और जल्द ही इस तरह की बहुत सारी वेब सीरीज इंटरनेट के अलग-अलग प्लेटफार्म पर आने वाली हैं।
अगर अब भी आप टीवी के सीरियल ही देख रहे हैं और वेब सीरीज से दूर हैं, तो हम आपको बताते हैं वो 5 बड़े कारण जिसकी वजह से आपको टीवी सीरियल छोड़कर, वेब सीरीज देखनी चाहिए-
1. कंटेंट और शोज़ बनाने का तरीका
इंडियन टीवी शोज़ का कंटेंट अब बहुत हद तक एक जैसा और उबाऊ हो चला है। हर चैनल पर आपको लगभग एक ही जैसे फॉर्मेट वाले फैमिली सीरियल, गेम शोज़ और रियलिटी शोज़ देखने को मिलेंगे। कोई टीवी सीरियल चाहे कितना भी दावा करे कि उनका कंटेंट और कहानी यूनीक है, लेकिन कुछ एपिसोड बाद जा के वो भी बाकी सीरियल जैसा ही हो जाता है। इसके ठीक उलट, वेब सीरीज का कंटेंट बहुत अनोखा होता है। वेब सीरीज पर सेंसरशिप जैसी कोई चीज़ नहीं लागू है, जिसका नतीजा ये होता है कि राइटर और डायरेक्टर के पास अपनी कहानी को खुल के दिखाने की आज़ादी होती है। अपने कंटेंट को अलग बनाए रखने के लिए खुद नेटफ्लिक्स जैसे प्लेटफार्म कंटेंट पर ध्यान देते हैं।
2. चेहरे की कोई कीमत नहीं
टीवी और फिल्म की सबसे बड़ी बुराई ये है कि लोग एक्टर के नाम और चेहरे पर ध्यान देकर इन्हें देखते हैं। जिसका नतीजा ये होता है कि बहुत बार अच्छा एक्टर होने के बावजूद सीरियल या फिल्म की कहानी महाघटिया निकलती है। वेब सीरीज में आपको चेहरे पर ध्यान नहीं देना है, कहीं न कहीं आपको ये गारंटी रहती है कि कहानी तो अलग होगी ही, इसलिए आप कहानी देखते हैं। और हर बार अलग तरीके की, बाँध के रख देने वाली कहानी देखना किसे पसंद नहीं !
3. कोई ऐड नहीं
टीवी पर आ रहे शोज़ की सबसे बड़ी बुराई है ऐड ब्रेक यानी प्रचार। आधे घंटे के सीरियल और शोज़ में लगभग आधा टाइम तो आप प्रचार देखने में ही बिता देते हैं। ये बिना मतलब का इंतज़ार है। वेब सीरीज की सबसे बड़ी खासियत यही है कि आपको बिना मतलब चप्पल, बनियान और साबुन बेचते लोग नहीं देखने पड़ते। आप सीधा कहानी पर ध्यान देते हैं और बिना ब्रेक के शो का मज़ा लेते हैं।
4. एक जगह बैठने की ज़रूरत ख़त्म
टीवी शोज़ के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ क्या है ? टीवी ! और टीवी देखने के लिए आपको उसके सामने बैठना पड़ेगा, उसे आप साथ लेकर नहीं घूम सकते। सही समय पर अगर आप टीवी के सामने नहीं हैं, तो आपका सीरियल गया। लेकिन वेब सीरीज देखने के लिए ऐसी कोई बंदिश नहीं है। ये आपके मोबाइल और लैपटॉप पर चलेगा। मेट्रो, बस, ट्रेन, फ्लाइट, आप जहाँ जा रहे हैं आपका शो आपके साथ चल रहा है। एपिसोड डाउनलोड कर के रखा है, तो ऑफिस के लंच ब्रेक में भी देखते रहिए। और अगर आराम से टीवी पर देखने का मन है, तो इसे टीवी से तो आप जब चाहे कनेक्ट कर ही सकते हैं।
5. सस्ती कीमत
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स में सबसे महंगा है नेटफ्लिक्स, जिसके स्टैण्डर्ड प्लान के लिए आपको हर महीने 800 रूपए देने होते हैं। ये सुनने में तो महंगा है, मगर इसमें भी एक बेहतरीन तरीका है, कम पैसे में चलाने का। एक नेटफ्लिक्स आई डी को 4 यूज़र इस्तेमाल कर सकते हैं, मतलब एक बन्दे को केवल 200 रूपए। इसके अलावा इसमें 2 यूज़र के साथ 650 और 1 यूज़र के साथ 500, प्रति महीने के प्लान भी हैं। अगर अमेज़न प्राइम को देखें, तो आपको एक साल का सब्सक्रिप्शन केवल 999 रूपए में मिल जाता है। अव्वल तो ये टाटा स्काई और केबल कनेक्शन के मुकाबले सस्ते ही पड़ते हैं। लेकिन किसी तरह से आपको महंगा पड़ेगा भी तो ये फर्क हद से हद 100-200 रूपए का होगा। अब यार क्वालिटी के लिए, इतना तो खर्च किया ही जा सकता है न !