नए 'महाभारत' सीरियल में दिखाई गई ये बातें थीं झूठ, क्या आपको पता है?
इंडियन टीवी पर 1988 में जब पहली बार ‘महाभारत’ टीवी शो का प्रसारण हुआ, तब भारतीय घरों में टीवी नया-नया पहुंचा था। बी आर चोपड़ा की बनाई ‘महाभारत’ देखने के लिए लोग टीवी से चिपके रहते। कहा जाता है कि जब टीवी पर महाभारत का टेलीकास्ट होता तो मोहल्लों में गलियां सुनसान हो जाया करती थीं। दूर-दराज के जिन गांवों में सबके घरों में टीवी नहीं होता था, वहां एक ही टीवी पर पूरा का पूरा गांव एक साथ बैठकर इस सीरियल को देखता था। इस शो से पहले रामानंद सागर के बनाए टीवी सीरियल ‘रामायण’ को इसी तरह की पॉपुलैरिटी मिली थी। साल 2000 के बाद जब टीवी लगभग हर घर में पहुंच गया तब कई बार इन धार्मिक कहानियों पर टीवी सीरियल बनाने की कोशिश हुई, लेकिन कोई भी सीरियल वैसा पॉपुलर नहीं हुआ जैसे पहली बार ‘रामायण’ और ‘महाभारत’ हुए थे।
टीवी के सबसे लोकप्रिय सीरियल महाभारत के किरदार : तब और अब !
मगर 2013 में स्टार प्लस चैनल ने जब महाभारत बनाई तो इसे दर्शकों ने काफी पसंद किया। लेकिन अगर आपको पता चले कि इस नई ‘महाभारत’ में बहुत कुछ ऐसा दिखाया गया जो महर्षि वेदव्यास के लिखे ऑरिजिनल महाभारत ग्रन्थ में था ही नहीं, तो आपको कैसा लगेगा? टीवी और फिल्मों में अक्सर ऐसा होता है कि धार्मिक कहानियों पर बनी फिल्म या टीवी सीरियल में बहुत कुछ ऐसा दिखा दिया जाता है जो ग़लत होता है या कह लीजिए, झूठ होता है। आइए आपको बताते हैं 2013 में आए ‘महाभारत’ टीवी सीरियल की वो बातें, जो सरासर झूठ थीं-
1. जादू से तीर निकालना
महाभारत शब्द सुनते ही सबसे पहले दिमाग में जो सबसे पहली चीज़ आती है, वो है- युद्ध ! महाभारत के युद्ध में सबसे ज़्यादा इस्तेमाल धनुष का हुआ था। लेकिन धनुष से चलाने वाले तीर रखने के लिए नए वाले महाभारत सीरियल में किसी भी योद्धा ने तुणीर या तरकश का इस्तेमाल नहीं किया। इस सीरियल में सभी योद्धा हाथ घुमाते थे और जादू सी तीर आ जाता, जो की सरासर झूठ है। महाभारत ग्रन्थ में कहीं भी ऐसा कुछ नहीं लिखा है। बल्कि आपको बता दें, महाभारत ग्रन्थ के हिसाब से अर्जुन को अग्नि देव से एक तुणीर मिला था, जो कभी खाली नहीं होता था।
2. अभिमन्यु की मृत्यु
लगभग सभी जानते हैं कि अभिमन्यु को कौरव सेना के 6 महारथियों ने मिलकर मारा था, क्योंकि उसे अकेले मारना पॉसिबल नहीं था। लेकिन नए महाभारत सीरियल में दिखाया गया कि अभिमन्यु की हत्या कर्ण ने की थी। लेकिन वेद व्यास की महाभारत में लिखा है कि अभिमन्यु की हत्या दुशासन के बेटे ने की थी।
3. कर्ण का वध
महाभारत में सबसे वीर योद्धा अर्जुन को कहा गया है, लेकिन ये सबको पता है कि कौरव सेना में एक ही ऐसा योद्धा था जो अर्जुन को टक्कर दे सकता था- कर्ण। 2013 की महाभारत में दिखाया गया कि अर्जुन का चलाया तीर कर्ण की गर्दन में जा कर लगा और कर्ण धीरे-धीरे मरा। और तो और, मरते-मरते भी बन्दे ने बहुत सारी ज्ञान भरी बातें की और अपनी दोनों मांओं से मिलकर तब दुनिया से गया। लेकिन ये सच नहीं है ! ऑरिजिनल महाभारत के हिसाब से अर्जुन के ‘अन्जलिका अस्त्र’ से कर्ण का गला कटा और वो तुरंत ऑन द स्पॉट ख़त्म हो गया।
4. कुंती और कर्ण का सच
ओरिजिनल महाभारत के हिसाब से दुर्योधन के मरने के बाद जब युद्ध ख़त्म हुआ, तब कुंती ने ये राज़ सबको बताया था कि कर्ण वास्तव में उनका पुत्र था। लेकिन नए वाले महाभारत सीरियल में ये राज़ बहुत पहले ही खोल दिया गया था। वैसे ये बहुत आम और प्रचलित मिथ है कि कुंती ने कर्ण को ये सच्चाई बताकर पांडवों को न मारने का वचन लिया था।
5. दुशासन के खून से द्रौपदी का बाल धोना
2013 के महाभारत सीरियल में दिखाया गया कि दुशासन के मरने के बाद द्रौपदी युद्ध के मैदान में जाती है और दुर्योधन, कर्ण, पांडवों के सामने दुशासन के खून से अपने बाल धोती है। आपको बता दें कि ऑरिजिनल महाभारत में ऐसा कोई सीन नहीं है। ये दिखाते समय सोचा जाना चाहिए थे कि भाई वो खून है, शैम्पू थोड़ी !