करण मेहरा के बयान के बाद निशा रावल ने मानी ‘बाइपोलर’ होने की बात, ‘ये सब 2014 की मिसकैरिज के बाद हुआ शुरू’!

    करण मेहरा के बयान के बाद निशा रावल ने मानी ‘बाइपोलर’ होने की बात

    करण मेहरा के बयान के बाद निशा रावल ने मानी ‘बाइपोलर’ होने की बात, ‘ये सब 2014 की मिसकैरिज के बाद हुआ शुरू’!

    टीवी एक्टर करण मेहरा और निशा रावल का मामला कल से ही चर्चा में है। जहां निशा की शिकायत पर करण को पुलिस ने ‘घरेलू हिंसा’ और अन्य गंभीर आरोपों के तहत गिरफ्तार कर लिया, वहीं जमानत मिलने के बाद करण के बयान से मामला और गंभीर होता गया। जमानत पर बाहर आने के बाद एक पोर्टल से बात करते हुए करण ने निशा पर झूठा आरोप लगाने और अपने भाई के साथ मिलकर साजिश करने की बात कही थी। साथ ही, करण ने कहा था कि निशा ‘बाइपोलर’ हैं, वो गुस्सैल और आक्रामक भी हैं। इसके बाद निशा की सर पर चोट लगी तस्वीरें सामने आईं और उन्होने कहा कि वो मीडिया से बात करेंगी।

    प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए निशा ने करण के आरोप पर बात करते हुए कहा, “बाइपोलर एक मूड डिसऑर्डर है जो बहुत गहरे दुख से होता है और कभी-कभी जेनेटिक भी होता है। मुझे बाइपोलैरिटी की समस्या होने का पता चला था और मैं इसके बारे में झूठ नहीं बोलूंगी क्योंकि मुझे इसे लेकर कोई शर्म नहीं है। लेकिन मैं एक साइको नहीं हूं, ये एक मूड डिसऑर्डर है”। निशा ने कहा कि वो कंटेन्ट क्रिएट करती हैं और सभी को पता है कि कितनी बैलेंस्ड हैं। उन्होने आगे कहा कि ये सबकुछ 2014 में उनके मिसकैरिज के बाद हुआ जब करण उन्हें सपोर्ट करने या तसल्ली देने के लिए भी साथ नहीं थे।

    निशा ने कहा कि मिसकैरिज के बाद करण उन्हें मारते थे, प्रताड़ित करते थे, बिलकुल भी अवेलेबल नहीं थे और पूरी तरह अलग हो गए थे और तब उन्होने थेरेपिस्ट की मदद ली। निशा ने कहा कि करण बहुत कंट्रोलिंग थे और जिम तक जाने नहीं देते थे। बल्कि वो थेरेपिस्ट के पास जाने के भी खिलाफ थे। हालांकि फिर भी वो गईं और उनके बाईपोलैरिटी के ‘डिप्रेसिव’ फेज में होने की बात सामने आई।