ऋषि कपूर ने हमें फिल्म मुल्क में अपने बढ़िया प्रदर्शन के साथ चौंका दिया था। उन्होंने इस फिल्म में एक पूर्व-वकील मुराद अली का किरदार निभाया था, जो बुरी तरह मुश्किल में फंसे अपने परिवार की समझदारी से रक्षा करता है। ये ऋषि कपूर और अनुभवी कौशल के कारण है कि वह अपने किरदार को इतने बढ़िया तरीके से निभा पाए और सभी को पसंद आये।
अजय देवगन की फिल्म 'रेड' में विलेन बने एक्टर सौरभ शुक्ला की तारीफ करते हुए कोई नहीं थक सकता। इनकम टैक्स से जुड़ी सच्ची घटना पर आधारित इस फिल्म में सौरभ एक ताकतवर पोलिटिशन बने थे, जो अपने ही परिवार से धोखा खाने के बावजूद अपनी बात पर अड़ा रहता है। इस फिल्म में अजय देवगन की बढ़िया परफॉरमेंस को सौरभ ने कड़ी टक्कर दी थी।
रजित कपूर लंबे समय से बॉलीवुड का हिस्सा बने हुए हैं। लेकिन फिल्म राज़ी में उनकी छोटी सी परफॉरमेंस से हमें एहसास हुआ कि उनके जैसे बढ़िया कलाकार का इस्तेमाल कितना कम हो रहा है। उन्होंने 'राज़ी' में भारत के पूर्व स्पाई का किरदार निभाया, जो कैंसर से पीड़ित है। वह अपनी बेटी से देश की सेवा में उसकी मदद करने और स्पाई बनने के लिए कहता है। रजित का किरदार एक दृढ़, सहानुभूतिपूर्ण और देश को अपने परिवार से पहले रखने वाला व्यक्ति है। एक पल के लिए आपको लगेगा कि वे एक बिना दिल के पिता है क्योंकि वो बेटी को मौत के मुंह में धकेल रहे हैं।
नीना गुप्ता ने कुछ साल पहले पोस्ट किया था कि उन्हें काम की ज़रूरत है। और फिल्म 'बधाई हो' के साथ उन्होंने साबित कर दिया कि वह एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता क्यों रही है। इस फिल्म में उन्होंने एक अधेड़ उम्र की महिला का किरदार निभाया है, जो प्रेग्नेंट हो जाती है। उसे सिर्फ सामाजिक कलंक से ही नहीं बल्कि लेकिन अपने दो जवान बच्चों का भी सामना करना पड़ता है। नीना का किरदार अपने लिए स्टैंड लेता है और बच्चे को दुनिया में लाने का फैसला करता है। नीना ने अपने किरदार को बखूबी निभाया और जनता के दिल में उतर गयीं। वहीं एक्टर गजराज राव ने भी उन्हें टक्कर देते हुए एक बढ़िया परफॉरमेंस दी। एक अधेड़ उम्र का बाप जो अपनी बीवी के प्रेग्नेंट होने पर उसके साथ खड़ा रहता है और घर में शांति लाने की कोशिश करता है, के किरदार में गजराज ने सभी को खुश किया। उनके एक्सप्रेशन सभी के दिमाग में बस गये हैं।
फिल्म 'बधाई हो' में एक एक्टर जिसने सभी को पीछे छोड़ दिया वो है एक्ट्रेस सुरेखा सिखरी। एक बूढ़ी दादी और सास जो किसी को भी अपनी बातों से रुला देती है के किरदार में सुरखा की परफॉरमेंस ज़बरदस्त थी। उनका काम इस फिल्म के लिए लम्बे समय तक याद किया जाने वाला है।
जी हां, रेस 3 एक कचरा फिल्म थी, लेकिन अनिल कपूर ने हमें बताया कि कैसे एक बकवास फिल्म में भी आप अच्छा काम कर सकते हैं। उन्होंने अपने किरदार को ईमानदारी से निभाया और हमें अपने बेहतरीन अभिनय की झलक दी। अगर अनिल रेस 3 जैसी घटिया पिक्चर में अच्छा काम कर सकते हैं, तो वे सही में ज़बरदस्त टैलेंटेड एक्टर हैं।
कहते हैं न ‘बी केयरफुल व्हाट यू विश फॉर’ (यानि सोच समझकर मांगें)... मेरे खयाल से वंडरवुमन के सीक्वल... और देखें
ऋचा चड्ढा और पंकज त्रिपाठी जैसे धांसू परफॉर्मर, साउथ की एडल्ट फिल्म स्टार के संघर्ष की रियल लाइफ कहानी औ... और देखें
अनुराग कश्यप ने सालों अनिल कपूर को दो फिल्में ऑफर की थीं, लेकिन बात नहीं बनी, इस बार बात बन गई है औ... और देखें