Fighter Review: शानदार एरियल एक्शन वाली फिल्म है ऋतिक-दीपिका की फाइटर, खड़े होंगे रोंगटे
फाइटर
फाइटर फिल्म देशभक्ति पर आधारित है और इसमें एयरफोर्स के पायलेट्स की जाबांजी और बहादुरी दिखाई गई है। रॉकी, पैटी, मिनी जैसे बहादुर एयरफोर्स पायलेट्स की वजह से एक खूंखार आतंकवादी मार गिराया जाता है।
ऋतिक रोशन और दीपिका पादुकोण स्टारर फिल्म फाइटर रिलीज हो गई है। गणतंत्र दिवस से ठीक पहले रिलीज हुई इस फिल्म में आपको इमोंशन्स, एक्शन्स और खासतौर से एरियल एक्शन्स तो खूब देखने को मिलेंगे। फिल्म में का ट्रेलर देखकर आपको जितना मजा आया होगा, उससे कहीं ज्यादा फिल्म देखकर आप एंटरटेन होंगे। साथ ही साथ आपका खून भी खौलेगा और रोना भी आएगा। सिद्धार्थ आनंद की डायरेक्शन में बनी ये एक और फिल्म साल की शुरुआत में ही धमाका करने वाला है जैसे पिछली बार उनकी पठान ने किया था। तो आइए जान लेते हैं कि फिल्म देखकर आपके कितने रोंगटे खड़े होने वाले हैं।
फिल्म की कहानी?
फाइटर की कहानी बिल्कुल साफ है। एक आंतकवादी (ऋषभ साहनी) है जो पाकिस्तान की पनाह से इंडिया का नामो निशान मिटाना चाहता है। वो जम्मू कश्मीर में इंडिया से ही एक बंदा तैयार करके पुलवामा हमला करा देता है और इससे इंडिया के करीब 70 जवान मारे जाते हैं और 80 घायल। फिल्म में एक पैटी (ऋतिक रोशन) नाम का जाबांज और बेस्ट पायलेट है लेकिन वो रूल्स भी तोड़ने से पीछे नहीं हटता और इस वजह से उसके कमांडिंग ऑफिसर रॉकी (अनिल कपूर) उसे पसंद नहीं करते। इस कहानी में मिनी भी है जो बेस्ट हैलीकॉप्टर पायलेट भी है।
पैटी को अपने रूल्स तोड़ने का खामियाजा भी भुगतना पड़ता है और इसलिए उसका कुछ समय के लिए ट्रांसफर भी कर दिया जाता है। लेकिन आखिरकार अपने बेस्ट हीरो की जरूरत एयरफोर्स को पड़ती है और आखिरकार एयरफोर्स दुश्मनों के इलाके में घुसकर छक्के छुड़ा देती है।
फिल्म में क्या अच्छा?
फिल्म की कहानी जितनी ही सीधी है, फिल्म में उनते ही ट्विस्ट भी हैं जो कि आपको फिल्म में ही देखने चाहिए। ऋतिक रोशन, दीपिका पादुकोण, अनिल कपूर, अक्षय ओबेरॉय, करण सिंह ग्रोवर और संजीदा शेख सभी ने काफी उमदा काम किया है। विलेन ऋषभ साहनी की तो खासतौर से तारीफ होनी चाहिए। उन्होंने अपने बॉलीवुड डेब्यू में कमाल कर दिया है। ऋतिक को आप पूरी फिल्म में लगातार निहार सकते हैं। उनसे आपकी नजरें ही नहीं हटेंगी।
दीपिका पादुकोण को एक स्ट्रॉन्ग कैरेक्टर में दिखाया गया है और उन्हें स्क्रीन पर पूरा टाइम भी दिया गया है। अनिल कपूर भी कमांडिंग ऑफिसर में जबरदस्त लग रहे हैं। उनका गुस्सा उनके इमोशन्स आपको बहुत प्यारे लगेंगे। वहीं तलत अजीज तो ऋतिक के पिता बने हैं, वहीं दीपिका के पिता के रोल में आशुतोष राणा, ये सब थोड़े थोड़े टाइम के लिए हैं लेकिन स्क्रीन पर छा गए हैं। करण सिंह ग्रोवर तो आखिर में भी बम फोड़ते नजर आते हैं।
फिल्म को कुछ लोग ट्रेलर के टाइम से ही हॉलीवुड फिल्म टॉपगन मेरविक से कंपेयर करना शुरू हो गए थे। आप बिल्कुल कंपेयर करिए और ये फिल्म आपको उससे किसी भी तरह से कम नहीं लगेगी। कमाल के एरियल एक्शन्स और ग्राफिक्स इस फिल्म में दिखाए गए हैं। ग्राफिक्स में आप कोई कमी नहीं निकाल पाएंगे। क्लाईमैक्स वाकई कमाल का है। इस दौरान सिचुएशन और इसका बैकग्राउंड म्यूजिक भी आपके रोंगटे खड़ा कर देता है।
फिल्म में जितने एकशन्स हैं, ये फिल्म उतना ही इमोशनल भी करती है। एक एयरफोर्स पायलेट के शहीद होने वाले सीन पर आपकी आंखों में भी आंसू आ सकते हैं। फिल्म में सिद्धार्थ आनंद ने सारी चीजों को बैलेंस करने के कोशिश की है और इसमें वो पूरी तरह से सफल हुए हैं।
कहां रही कमी?
फिल्म के बैकग्राउंड म्यूजिक में तो कमी नहीं है लेकिन फिल्म के कुछ गाने आपको निराश करेंगे। फिल्म के क्लाईमैक्स में अगर थोड़ा भी लॉजिक लगाएंगे तो आपको पता चलेगा कि आखिर में जिस तरह से पाकिस्तान में जाकर आतंकवादियों से लड़ाई हो रही है और वहां पाकिस्तानी सेना रिएक्ट नहीं करती है, ये थोड़ा अटपटा लगता है। इसके अलावा फिल्म को 3डी में भी बनाया गया और उसका मतलब कुछ खास नहीं आता है।
कुल मिलाकर फिल्म शानदार है और आगे फाइटर को जबरदस्त प्यार मिलने वाला है।