Yodha Review: ताबड़तोड़ एक्शन से भरपूर है सिद्धार्थ मल्होत्रा की फिल्म, दिशा पाटनी देंगी सरप्राइज
योद्धा
योद्धा की कहानी देश के एक ऐसे वीर जवान के बारे में हैं जो बहादुर होने के साथ साथ थोड़ा सिरफिरा भी है लेकिन इसका उसे थोड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ता है। ये एक देशभक्ति फिल्म है और इसमें आतंकवादियों का खात्मा करते दिखाया गया है।
सिद्धार्थ मल्होत्रा, राशि खन्ना और दिशा पाटनी स्टारर फिल्म योद्धा एक दमदार एक्शन फिल्म है। देशभक्ति की थीम पर आधारित इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा को देश के लिए अपनी हदें पार करते हुए दिखाया गया है। वहीं राशि खन्ना का क्यूट अंदाज देखने को मिला है तो दिशा पाटनी ने भी कम एक्शन नहीं दिखाए। तो क्या सिद्धार्थ एक बार फिर शेरशाह और इंडियन पुलिस फोर्स के बाद देशभक्ति जोनर में कामयाब हुए हैं? आइए जानते हैं।
फिल्म की कहानी
पूरी फिल्म की कहानी अरुण कटियाल (सिद्धार्थ मल्होत्रा) के इर्द गिर्द घूमती है जो कि सेना की एक खास यूनिट योद्धा का हिस्सा है। इसे उसके पापा (रोनिय रॉय) ने शुरू किया था। हालांकि एक प्लेन हाईजैक की घटना होती है जहां अरुण आतंकवादियों को नाकाम करने में फेल हो जाते हैं और एक वीआईपी शख्स की मौत हो जाती है। इसके बाद अरुण पर ही एंक्वायरी बैठती है और योद्धा यूनिट को खत्म कर दिया जाता है। लेकिन अरुण फिर भी अपना केस लड़ता रहता है।
आखिरकार वो फ्लाइट कमांडों बन जाता है और फिर एक और हाईजैक की घटना होती है जहां इस बार अरुण को अपनी योग्यता दिखाने का मौका मिलता है। लेकिन इन सबके बीच में उसके अपने पर्सनल रिश्ते खराब हो जाते हैं। उनकी पत्नी (राशि खन्ना) उससे तलाक मांग चुकी होती है। हालांकि योद्धा हार नहीं मानता। दूसरे प्लेन हाईजैक के दौरान उसे पता चलता है कि उसे आतंकवादियों ने फंसाया है। लेकिन अरुण हार नहीं मानता और दिमाग से भी और एक्शन से काम लेते हुए आंतकवादियों का खात्म करता है। पाकिस्तान और इंडिया के बीच में अच्छे रिश्ते स्थापित करता है। जिससे उसे उसकी योद्धा यूनिट वापस मिल जाती है।
फिल्म में क्या अच्छा?
'योद्धा' क्योंकि एक एक्शन फिल्म है और ये ही इसकी सबसे अच्छी बात है। पूरी फिल्म में सिद्धार्थ के एक्शन्स काफी अच्छे से कोरियोग्राफ किए गए हैं। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक लाउड है लेकिन वो शोर नहीं लगता। राशि खन्ना फिल्म में एक भारतीय सरकार की ऑफिसर बनी हैं जो कि नेगोसिएशन का काम करती हैं। हाईजैकिंग के दौरान राशि और सिद्धार्थ की जुगलबंदी आपको पसंद आएगी। ट्रेलर में दिशा पाटनी भले ही एक नॉर्मल एयरहोस्ट लग रही हैं लेकिन वो इस फिल्म में एक सरप्राइज पैकेज की तरह हैं।
डायरेक्टर सागर अंबरे और पुष्कर ओझा ने फिल्म को काफी एंगेजिंग रखा है। आपको कहीं भी फिल्म में बोरियत महसूस नहीं होगी और फिल्म पूरी तरह से एंटरटेनिंग है। वहीं आपको फिल्म में सस्पेंस और ट्विस्ट भी मिलेंगे।
कहां रह गई कमी?
फिल्म की कहानी में आपको एक बार को ये जरूर लगेगा कि हर बार देशभक्ति के नाम पर इंडिया पाकिस्तान का वही सेम एंगल क्यों दिखाया जाता है। फिल्म को सिर्फ वन मैन आर्मी के तौर पर ज्यादा दिखाया गया है। ताकि सिद्धार्थ ही इसमें चमकते रहें। राशि खन्ना नेगोशिएटर के नाम पर थोड़ा हल्का पड़ती नजर आती हैं। इसके अलावा फिल्म में कही जगह आपको सवाल खड़े करने के मौके मिलते हैं कि ये आखिर ऐसा क्यों हुआ? जैसे अगर सिद्धार्थ को किसी वीआईपी शख्स की सिक्योरिटी में लगाया गया है तो वो लगातार सिर्फ हाथ के बल पर क्यों लड़ रहे हैं।
हालांकि फिल्म को देखने में अगर आप बहुत लॉजिक ना लगाएं तो फिल्म आपको पसंद आएगी और बोर बिल्कुल भी नहीं करेगी। इसलिए अगर आप सिद्धार्थ मल्होत्रा के फैन नहीं भी हैं तो भी इस फिल्म को आराम से अपनी फैमिली के साथ देख सकते हैं।