‘अतरंगी रे’ रिव्यू: धनुष, सारा, अक्षय की टॉप फॉर्म के साथ ये रोमांटिक कहानी हंसाएगी रुलाएगी और दिल जीत जाएगी

    3.5

    Director :
    • आनंद एल राय
    Cast :
      ‘अतरंगी रे’ रिव्यू: धनुष, सारा, अक्षय की टॉप फॉर्म के साथ ये रोमांटिक कहानी हंसाएगी रुलाएगी और दिल जीत जाएगी
      Updated : December 24, 2021 12:29 AM IST

      ‘अतरंगी रे’ के ट्रेलर के बाद एक बात पक्की थी कि इस फिल्म में कुछ बहुत अलग होने वाला है, लेकिन इतना अलग होगा ये किसी ने नहीं सोचा होगा। फिल्म की कास्टिंग को लेकर हम सब सोच रहे थे कि सारा अली खान, धनुष और अक्षय कुमार के बीच लव ट्रायंगल कुछ अटपटा नहीं है? लेकिन फिल्म देखने के बाद अब हम कह सकते हैं कि सबकुछ पूरी तरह जस्टिफाईड है!

      धनुष का काम देखकर उनकी तारीफ़ करने के लिए अब शब्द कम पड़ने लग गए हैं। स्क्रीन पर उनके होने भर से फिल्म का माहौल बना रहता है। लेकिन फिल्म की जान हैं सारा अली खान, जिनका नाम फिल्म ख़त्म होने के बाद क्रेडिट्स में सबसे पहले आता है। 

      डायरेक्टर आनंद एल राय की सबसे बड़ी खासियत मुझे ये लगती है कि वो अपनी हिरोइन को स्क्रीन पर मैजिकल तरीके से उतारना जानते हैं। चाहे ‘तनु वेड्स मनु’ की कंगना हों, ‘रांझणा’ की सोनम या फिर अब सारा! और कहानी के साथ ए आर रहमान प्योर जादू है। ‘अतरंगी रे’ के गाने हों या फिर बैकग्राउंड ट्यून्स, ये म्यूजिक थिएटर से निकलने के बाद भी आपका पीछा नहीं छोड़ेगा और कानों में बजता रहेगा।

      ‘अतरंगी रे’ कहानी है सीवान, बिहार निवासी, आशिकी का टाइम बॉम्ब बन चुकी रिंकू (सारा) की, जिसके इश्क के चक्कर में बार-बार घर से भागने से घरवाले दुखी हैं। उसकी हिटलर नानी का आदेश है कि पहली फुर्सत में दो टांगों पर चलने वाला जो आदमी मिले उसे पकड़ के उसकी शादी करवा दी जाए। 

      शादी के लिए लड़का उठा लिया जाता है और वो है विशु (धनुष) फ्रॉम तमिलनाडु। शादी के बाद ख़ुशी-ख़ुशी विशु और रिंकू को ट्रेन में बिठाकर विदा कर दिया जाता है। स्यापा ये है कि विशु की खुद दो हफ्ते बाद शादी है। तो दोनों में डील होती है कि दिल्ली चलकर रिंकू जी अपने प्रेमी के साथ अपने रास्ते, और विशु जी अपनी वाइफ और हैप्पी मैरिड लाइफ लेकर अपने रस्ते। 

      लेकिन कहानी में नए स्यापे पैर पसार लेते हैं और फिर कहानी में एंट्री होती है, रिंकू के लवर-जादूगर सज्जाद अली खान (अक्षय) की। यहां से कहानी जहां जाती है, उसकी उम्मीद किसी ने नहीं की होगी।

      ‘अतरंगी रे’ की लव स्टोरी बॉलीवुड रोमांस के पैमानों या फिर गलती से हुई शादियों वाली स्टोरीज़ के पैटर्न को पूरी तरह तोड़ती है। हिमांशु शर्मा की कहानी एक बहुत अनोखे एंगल से इस लव स्टोरी को लेकर चलती है और कहानी की टेंशन को बरक़रार रखते हुए, हंसी भरे, अजीब मोमेंट्स को मज़ेदार तरीके से पेश करती जाती है। लेकिन फिल्म की एंडिंग से मुझे एक समस्या है, जिसके बारे में अभी नहीं, फिल्म रिलीज़ होने के बाद बात करेंगे।

      रिंकू के रोल के लिए फिल्म को एक करंट चाहिए था जो सारा अली खान से भरपूर मिला है। सारा की ये परफॉरमेंस अभी तक उनकी बेस्ट है। उनका धाकड़पन, खूबसूरती और तीखी कटार वाला भौकाल स्क्रीन पर भरपूर नज़र आता है। 

      धनुष ने ‘रांझणा’ के 8 साल बाद, दोबारा आनंद एल राय के डायरेक्शन में एक ऐसी परफॉरमेंस दी है जिसे लोग हमेशा याद रखेंगे। उनकी पिछली तमिल फ़िल्में भी कुछ सीरियस किस्म की थीं और इसीलिए उन्हें फिर से एक रोमांटिक से रोल में देखकर जनता को बहुत मज़ा आएगा। उनके डायलॉग, एक्सप्रेशन, डांस और गाना, एक-एक अदा जानदार है। 

      अक्षय की बात करें तो उनका ये सबसे सरप्राइज कर देने वाला रोल है। इसे एक लम्बा कैमियो कहें या स्पेशल अपीयरेंस कहें, लेकिन अक्षय का ये रोल फिल्म की जान है और उन्होंने इसे बहुत ज़ोरदार परफॉरमेंस से तगड़ा कर दिया है। आशीष वर्मा का नाम यहां अलग से लेना बहुत ज़रूरी है, उनका सीन में होना ही मज़े की गारंटी है।

      कुल मिलाकर कहा जाए तो ‘अतरंगी रे’ एक बढ़िया, एंटरटेनमेंट से भरपूर फिल्म है जिसमें धनुष, सारा और अक्षय का ज़ोरदार काम है। आनंद एल राय के, रोमांटिक टेंशन को स्क्रीन पर खूबसूरती से दिखाने वाले हुनर के साथ, ए आर रहमान का जानदार म्यूजिक एक बहुत अलग लव स्टोरी तैयार करता है। जिसे देखकर आप हंसेंगे भी, रोएंगे भी और खूब एन्जॉय करेंगे।