Dunki Review: विदेश में रहने का सपना देखने वालों को कड़वी सच्चाई दिखाने निकले शाहरुख खान, विक्की कौशल ने लूटी लाइमलाइट
इंडिया से भले ही अंग्रेज चले गए हो लेकिन वो अपने पीछे लाखों भारतीयों को एक सपना दे गए। आजादी के सालों बाद भी लोग आज भी अंग्रेजों की तरह जिंदगी जीना चाहते हैं। हर कोई चाहता है कि वो लंदन जैसे शहर में अपनी जिंदगी बिताए। कुछ को तो ये मौका आसानी से मिल जाता है और जिनको मौका नहीं मिलता वो गलत रास्ते के जरिए अपने पसंदीदा शहर पहुंच जाते हैं। हाल ही में अमेरिका और ब्रिटेन ने दावा किया है कि वहां पर इलीगल माइग्रेंट्स का नंबर बढ़ रहा है। यहां अमेरिका और ब्रिटेन ने ये दावा किया वहीं राजकुमार हिरानी ने अपनी फिल्म डंकी रिलीज कर दी। आज ये फिल्म सिनेमाघरों में दस्तक दे चुकी है। चलिए जानते हैं कि राजकुमार हिरानी और शाहरुख खान की इस फिल्म में आपको क्या देखने को मिलने वाला है।
क्या है कहानी?
फिल्म 'डंकी' मन्नू और उसके 2 दोस्तों की कहानी है जो कि लंदन जाने का सपना देखते हैं। इन तीनों को ही लंदन में जाकर पैसा कमाना है। अब न तो इन तीनों के पास जायदाद है, न ही पैसा और न डिग्री...। ऐसे में तीनों गैरकानूनी तरीके से लंदन जाने की तैयारी करते हैं। इस सफर में मन्नू की मुलाकात हार्डी (शाहरुख खान) से होती है। कुश्ती सीखते सीखते दोनों को एक दूसरे से प्यार हो जाता है। अंग्रेजी सीखने के लिए तीनों क्लासेज भी ज्वाइन करते हैं। यहां पर इनकी मुलाकात सुखी से होती है। इस दौरान सुखी के साथ कुछ ऐसा होता है कि हार्डी और मन्नू लंदन पहुंच जाते हैं। अब इस सस्पेंस को जानने के लिए आपको थिएटर जाना होगा।
क्यों देखें?
अगर आप विक्की कौशल की एक्टिंग के फैन हैं तो ये फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए। फिल्म 'डंकी' में विक्की कौशल ने एक छोटा सा रोल निभाया है। फिल्म 'डंकी' में विक्की कौशल सुखी नाम के एक ऐसे लड़के के तौर पर नजर आए हैं जो कि शादी के बाद अपनी एक्स को मरने से बचाना चाहता है। सुखी बनकर विक्की कौशल ने पर्दे पर आग लगा दी है। वहीं अगर आप डंकी रूट के बारे में जानना चाहते हैं या फिर आप इंडिया छोड़कर किसी और देश में गैरकानूनी तौर से जाना चाहते हैं तब भी आपको ये फिल्म देखनी चाहिए। इस फिल्म में दिखाया गया है कि किस तरह से बड़े देशों में जाने के लिए लोग अपनी जान की बाजी लगा देते हैं। अपना सपना पूरा होने के बाद भी इन देशों का कानून इन गैरकानूनी तरीके से आए लोगों को पहचान नहीं देता। इंडिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जिनको डंकी रूट के बारे में नहीं पता। लोग विदेश जाने का सपना तो देख लेते हैं लेकिन उनको ये नहीं पता कि जाने के बाद उनका क्या होगा। गैरकानूनी तौर से किसी देश में घुसना कितना दर्दनाक हो सकता है ये बात लोगों को कम पता है। फिल्म 'डंकी' में इस पहलू को अच्छे से दिखाया गया है।
कहां रह गई कमी?
ये बात सच है कि फिल्म 'डंकी' का कॉन्सेप्ट शानदार है हालांकि ये फिल्म राजकुमार हिरानी के स्टैंडर्ड को मैच नहीं करती है। शाहरुख खान, तापसी पन्नू और बाकी सितारों ने फिल्म 'डंकी' में शानदार अभिनय किया है बावजूद इसके फिल्म में कमी रह गई है। राजकुमार हिरानी ने फिल्म का नाम डंकी रखा है लेकिन इस रूट के बारे में उन्होंने खास जानकारी ही नहीं दी है। डंकी रूट को एक गाने में ही निपटा दिया गया है। अगर आप 3 इडियट और पीके जैसी फिल्मों के फैन है तो आपको फिल्म 'डंकी' कम पसंद आएगी। फिल्म 'डंकी' की कहानी बीच में बीच काफी बोरिंग लगती है हालांकि शाहरुख खान के मजाकिया अंदाज ने इस गैप को भरने की कोशिश की है। मेकर्स ने विजुअर्ल्स पर खास मेहनत नहीं की है। डंकी रूट वर्ल्ड कई खूबसूरत लेकिन खतरनाक रास्तों से होकर गुजरता है। अगर वो सीन्स भी फिल्म में रखे गए होते तो मजा ही आ जाता। फिल्म 'डंकी' के स्थेटिक मेअप पर राजकुमार हिरानी ने खास काम नहीं किया है। यही वजह है जो शाहरुख खान, तापसी पन्नू और बाकी सितारों का बुढ़ापा आप हजम नहीं कर पाएंगे। कोई भी देखकर समझ जाएगा कि इन सितारों ने ढ़ेर सारा मेकअप चेहरे पर थोपा है। फिल्म 'डंकी' में तापसी पन्नू को ट्यूमर पेशियंट दिखाया गया है। बावजूद इसके वो मौक के आखिरी दिन तक चलती फिरती नजर आई। शायद राजकुमार हिरानी ने रिचर्स ही नहीं की है कि ट्यूमर पेशियंट कितने दर्द में जिंदगी काटते हैं। चलना तो दूर की बात वो अपने बिस्तर से हिल भी नहीं पाते हैं। इतना ही नहीं तापसी पन्नू का लुक भी इस बीमारी से मैच नहीं कर रहा था। तापसी के सिर पर बाल थे जबकि ऐसे मरीजों के बाल ट्रीटमेंट के दौरान गायब हो जाते हैं।