Tejas Movie Review: बड़बोली कंगना रनौत की फीकी कहानी को राम लला भी नहीं बचा पाए, फ्लॉप शो
कंगना रनौत स्टारर फिल्म तेजस ने सिनेमाघरों में दस्तक दे दी है। कंगना ने फिल्म में इंडियन एयरफोर्स पायलेट बनकर महिलाओं की शक्ति का प्रदर्शन किया है। वो ये दिखाना चाहती हैं कि हर महिला हर फील्ड में परफेक्ट है और मर्दों से भी आगे है। फिल्म आपके अंदर देशभक्ति जगाने की कोशिश करती है और हमारी महिलाओं को प्रोत्साहित करती है। कंगना ने कई बार अपनी फिल्मों के जरिए जबरदस्त महिला किरदारों को दिखाने की कोशिश की है, हालांकि कई बार वो नाकाम रही हैं क्योंकि दर्शकों ने उनकी फिल्मों को इतना प्यार नहीं दिया। जैसे उनकी फिल्म धाकड़। तो क्या कंगना की तेजस दर्शकों को सिनेमाघरों तक लाने में कामयाब हो पाएगी?
फिल्म की कहानी?
फिल्म की कहानी बिल्कुल साफ है। एक तेजस गिल नाम की लड़की है जिसका इंडियन एयरफोर्स की पायलेट बनने और तेजस उड़ाने का सपना है और वो एक फौजी होने के नाते देश दुनिया से आंतकवाद खत्म करना चाहती है। वो एकेडमी जाकर अपने सपनों की उड़ान भरना शुरू कर देती है। वो इसमें सफल भी हो जाती है। उसकी पर्सनल लाइफ भी काफी बढ़िया चल रही होती है। तेजस को अपना प्यार भी मिल जाता है लेकिन आतंकवाद की आग उसके परिवार को अपनी लपटों में ले लेती है और सब बिखर जाता है। लेकिन तेजस के हौसले बुलंद होते हैं और वो एक बार फिर से उठ खड़ी होती है और आंतकवादियों के गढ़ में जाकर उन्हें खत्म कर देती है और देश को एक बडे़ आतंकवादी हमले से भी बचा लेती है। आखिर में उसके साथ क्या होता है, इसके लिए तो आपको फिल्म देखनी होगी।
फिल्म में क्या अच्छा?
देश की महिलाएं कैसे आगे बढ़ रही हैं और कैसे वो पुरुषों से भी आगे निकल सकती हैं वो इस फिल्म में बखूबी दिखाया गया है। ये फिल्म हमारे देश के सैनिकों को भी समर्पित है। कंगना रनौत इंडियन एयरफोर्सट पायलेट की ड्रेस में काफी जचती हैं। यहां तक कि कंगना के जब डेटिंग्स सीन दिखाई जाते हैं तो उनके फैशन सेंस को कमाल का रखा गया है। कंगना वर्दी के साथ साथ गाउन और बाकी ड्रेसेस में गॉर्जियस लगती हैं। कंगना की साथी अंशुल चौहान का किरदार भी मूवी में खुलकर सामने आया है। वहीं वरुण मित्रा जो फिल्म में कंगना के बॉयफ्रेंड बने हैं, वो जितनी देर के लिए स्क्रीन पर रहे हैं, वो अपनी उपस्थिति दर्ज कराते रहे हैं। वहीं आशीष विद्यार्थ और विशाक नायर ने भी अपना काम बखूबी किया है।
कहां रह गई कमी?
फिल्म में खामियों की तो एक लंबी लिस्ट है। तेजस एक देशभक्ति वाली फिल्म है और ये देशभक्ति दर्शकों के अंदर जगाने के लिए एक लाउड बैकग्राउंड का काफी सहारा लिया गया है। हर बार की तरह हमारा दुश्मन पाकिस्तान ही है और 26/11 की घटना को आधार बनाया गया है। ऐसा लग रहा है कि मेकर्स ने कुछ नया करने से कन्नी काट ली है। फिल्म देखकर आपको एक टाइम पर टॉम क्रूज और उनकी दो फिल्में भी याद आ सकती हैं। एक मिशन इंपोसिबल और दूसरी टॉप गन मेर्विक।
कंगना रनौत की एक्टिंग कई जगहों पर फीकी पड़ती नजर आई। एक जगह जब उनके परिवार पर हमला होता है तो वो ऐसे एक्टिंग करती हैं जैसे कहीं से दौड़कर आई हैं और हांफते हुए बैठ रही हैं। डायरेक्टर और लेखक सर्वेश मेवाड़ा ने फिल्म के सेकेंड हाफ में तो मजाक ही कर दिया। 15 मिनट के अंदर अयोध्या राम मंदिर में उन्होंने स्नाइपर्स भी भिजवा दिया और बड़ी आसानी से आतंकवादियों को मरवा भी दिया। हालांकि इस दौरान कंगना पाकिस्तान में घुसकर पाकिस्तानी जहाजों से लड़ रही होती हैं। इधर अयोध्या और उधर कंगना के लड़ने के सीन को इतनी जल्दी जल्दी ट्रांजीशन दिया है कि आपका दिमाग एक हिल जाएगा।
तो कुल मिलाकर अगर आप देशभक्ति के भाव से जाना चाहते हैं या कंगना रनौत के फैन हैं तो फिल्म देखने जा सकते हैं। या आपको कोई नई फिल्म देखनी है या सिर्फ एक बार देखने का मन बनाकर टाइम पास के लिए ये मूवी देख सकते हैं।