शार्क टैंक इंडिया: पीयूष बंसल की डायबिटिक मां को सुई से लगता था डर, इसीलिए बिना सुई शुगर चेक करने वाले ग्लूकोमीटर में किया इन्वेस्ट

    टाइप-1 डायबिटीज के साथ पैदा हुई एक यंग फाउंडर ने नॉन-इनवेसिव ग्लूकोमीटर का आईडिया शो पर पिच किया, क्योंकि अपनी समस्या के कारण वो 20 साल की उम्र में 6 बार कॉमा में जा चुकी हैं...

    शार्क टैंक इंडिया: पीयूष बंसल की डायबिटिक मां को सुई से लगता था डर, इसीलिए बिना सुई शुगर चेक करने वाले ग्लूकोमीटर में किया इन्वेस्ट

    ‘शार्क टैंक इंडिया’ बहुत ही जल्दी बिजनेस माइंड रखने वाले और नया करने वाले लोगों के एक बेहतरीन प्लेटफ़ॉर्म बन गया है। देश भर के स्टार्ट-अप्स ऑनर्स ने अपने अनोखे और नए आईडिया से शो के पांच ‘शार्क्स’ को इम्प्रेस करके अपने बिजनेस के लिए इन्वेटमेंट जुटाई है। 

    और इसी कड़ी में शो पर पहुंचीं 20 साल की दुव्वुरु वरिष्ठ, जिन्होंने एक बहुत इमोशनल पिच के साथ अपना आईडिया शार्क्स के सामने रखा। विवालाइफ इनोवेशंस की को-फाउंडर दुव्वुरु ने अपने प्रोडक्ट ईजीलाइफ को शार्क्स के सामने पिच किया, जो कि एक नॉन-इनवेसिव ग्लूकोमीटर है। यानी एक ऐसा ग्लूकोमीटर जिसे यूज़ करने में आपको सुई नहीं चुभती। 

    दुव्वुरु ने बताया कि उन्हें टाइप-1 डायबिटीज है यानी वो इसके साथ ही पैदा हुई थीं और इसके कारण वो अभी तक के अपने मात्र 20 साल के जीवन में, 6 बार कॉमा में जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें दिन भर में 4-5 बार शुगर चेक करनी पड़ती है, जिसका सीधा मतलब है दिन में 4-5 बार खुद को ग्लूकोमीटर वाली सुई या नीडल चुभाना। 

    दुव्वुरु ने कहा कि वो दस साल की उम्र से ही इस बात को लेकर पक्की हो चुकी थीं कि उन्हें शुगर चेक करने के लिए एक नॉन-इनवेसिव यानी बिना नीडल का सॉल्यूशन खोजना है। ‘शार्क टैंक इंडिया’ के शार्क्स पीयूष बंसल, अमन गुप्ता, नमिता थापर, अश्नीर ग्रोवर और अनुपम मित्तल के सामने दुव्वुरु और विवालाइफ में उनके साथी विमल कुमार ने अपने प्रोडक्ट का आईडिया रखा। 

    दुव्वुरु ने बताया कि डायबिटीज के बावजूद उन्होंने AIEEE-JEE जैसे लगभग सभी बड़े एग्जाम निकाले हैं। उनका IIT में एडमिशन भी हो गया था मगर वो 11 दिन में वापिस लौट आईं। शार्क्स ने जब उनका डिवाइस टेस्ट किया तो वो 90% एक्यूरेट निकला। नमिता, अमन और अश्नीर जैसे शार्क्स तो इस प्रोडक्ट में इन्वेस्टमेंट को लेकर श्योर नहीं थे। 

    लेकिन लेंसकार्ट के सीईओ पियूष बंसल और शादी डॉट कॉम के फाउंडर अनुपम मित्तल ने इस दुव्वुरु के पिच को देखते हुए एक ऐसे प्रोडक्ट पर इन्वेस्टमेंट का मूड बना लिया जो अभी प्री-क्लिनिकल ट्रायल के ही स्टेज पर है। 

    दुव्वुरु और विमल के ऑफर: 56 लाख इन्वेस्टमेंट- इक्विटी में 7.5% शेयर; को काउंटर करते हुए पियूष और अनुपम ने उन्हें पूरी इन्वेस्टमेंट तो दी लेकिन इक्विटी में 33% शेयर लिया। ईजीलाइफ में इन्वेस्ट करने से पहले एक स्टेज पर पियूष ने कहा था कि अगर ये प्रोडक्ट 90% की बजाय 50% भी एक्यूरेट होता तो भी वो इसमें इन्वेस्ट करते। देखिए वीडियो:

    शुगर पेशंट के लिए टेस्ट के डाटा में इतना मार्जिन वैसे तो रिस्क ही है, लेकिन पियूष ने बाद में साथी शार्क्स को बताया कि उनकी मां प्री-डायबिटिक हैं और शुगर टेस्ट करवाने से मना करती हैं क्योंकि उन्हें सुई से डर लगता है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि अगर ये प्रोडक्ट फ़ैल भी हो जाए तो भी वो इसमें इन्वेस्ट करेंगे।

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