Author: Shivani
अनुपमा का पत्ता साफ होते ही माया अनुज के साथ एक नया घर बसाने वाली है।
काव्या हमेशा के लिए वनराज और उसके परिवार को छोड़ने का फैसला करेगी।
काव्या के जाते ही वनराज बेहोश हो जाएगा।
अनुपमा अपनी जिंदगी को आगे बढ़ाने के लिए एक बच्ची को गोद लेने वाली है।
वनराज के बीमार पड़ते ही शाह परिवार दो वक्त की रोटी के लिए तरसने लगेगा।
वनराज एक बार फिर से अनुपमा को काव्या की जगह देने की कोशिश करेगा।
अपने गम से छुटकारा पाने के लिए अनुपमा गुरूकुल जाने वाली है।