Author: Rohit Maurya
पकंज त्रिपाठी के परिवार पर जब मुश्किल आती है तो घर छोड़कर भागने जा रहे होते हैं, लेकिन अक्षय समझते हैं कि मुश्किलों का सामने करें भागने से कुछ नहीं होगा।
अक्षय कुमार फिल्म में कहते हुए नजर आते हैं कि जब सवाल ही नहीं पूछोगे तो जवाब कैसे मिलेगा। तभी दिक्कतें दूर होंगी।
अगर आपको कोई कड़वी बात या सही बात कहनी है तो उसके लिए ऐसे शब्द चुनें जो सुनने में ठीक लगें। उससे आप अपना संदेश असरदार तरीके से दे पाएंगे।
पंकज जब ईश्वर पर विश्वास ना करके एक गलत फैसला ले लेते हैं तो उन्हें एहसास होता है कि भगवान पर भरोसा रखना है तो पूरा भरोसा रखना होगा।
पूरी फिल्म का मुद्दा ही यही है कि स्कूल में बच्चों को ठीक से सेक्स एजुकेशन मिलनी चाहिए ताकि वो टीनेज में भारी गलतियां ना बैठें।
पकंज त्रिपाठी स्कूल पर मानहानि का केस करते हैं तो सिर्फ 101 रुपये का मुआवजा मांगते हैं। मकसद साफ था गलती मनवाना ना कि केस से पैसे कमाना।