ये फैमिली ड्रामा मूवीज हैं काफी इमोशनल, परिवार के साथ देखें वर्ना रोक नहीं पाएंगे आंसू 

Author: Simran Sharma

शेखर कपूर के निर्देशन में बनी फिल्म 'मासूम' 21 अक्टूबर 1983 को रिलीज हुई थी। इस फिल्म को इंडियन सिनेमा में कल्ट क्लासिक का दर्जा मिला था। 

मासूम

जोया के डायरेक्शन वाली फिल्म 'दिल धड़कने दो' की स्टार कास्ट काफी अच्छी है। ये फैमिली ड्रामा फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए।

दिल धड़कने दो

मलयालम फिल्म 'कुंबलंगी नाइट्स' एक जबरदस्त फैमिली ड्रामा फिल्म है। 

कुंबलंगी नाइट्स

कॉमेडी ड्रामा फिल्म 'बधाई हो' की कहानी लीग से हटकर है। यह एक ऐसे अधेड़ दंपत्ति की कहानी है जो एक बार फिर माता पिता बनने वाले हैं। 

बधाई हो 

'दो दूनी चार' फिल्म एक फैमिली-कॉमेडी ड्रामा फिल्म हैं जिसमें ऋषि कपूर और नीतू सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई है।  

दो दूनी चार 

शकुन बत्रा की 'कपूर एंड संस' हर परिवार की सच्चाई आपके सामने रखती है और वो ये कि कोई फैमिली परफेक्ट नहीं होती है। 

कपूर एंड संस 

'गुलमोहर' एक ऐसी फिल्म है जो आपको आपके परिवार से मिलवाती है। ये फिल्म देखकर शायद आप अपने परिवार के लिए ज्यादा फिक्रमंद हो जाएंगे। 

गुलमोहर

मलयालम फिल्म 'होम' का डायरेक्शन रोजिन थॉमस ने किया है। ये फिल्म आपको कुछ देकर जाएगी जो आपके साथ लंबे वक्त तक रहेगा। 

होम

सीमा पाहवा की फिल्म 'रामप्रसाद की तेरहवी' देखकर शायद आप अपने परिवार के और करीब आ जाएंगे। 

रामप्रसाद की तेरहवी 

मराठी फिल्म 'वेंटीलेटर' में आपको तगड़ी स्टारकास्ट एक साथ देखने को मिलेगी। 

वेंटीलेटर