दिल बेचारा की हीरोइन संजना संघी ने बताई सुशांत से कैसी थी दोस्ती, फर्श पर बैठ कर खाना खाते थे दोनों

    दिल बेचारा की हीरोइन संजना संघी ने बताई सुशांत से कैसी थी दोस्ती

    दिल बेचारा की हीरोइन संजना संघी ने बताई सुशांत से कैसी थी दोस्ती, फर्श पर बैठ कर खाना खाते थे दोनों

    सुशांत सिंह राजपूत अब इस दुनिया में नहीं रहे। 14 जून को पुलिस का उनका शरीर उनके बांद्रा वाले घर से मिला था। सिर्फ 34 साल की उम्र में सुशांत की डेथ ने सभी को हैरान कर दिया था। किसी को आज भी यकीन नहीं हो रहा है कि अब सुशांत इस दुनिया में नहीं रहे। सुशांत अपनी आखिरी फिल्म ‘दिल बेचारा’ में नज़र आने वाले थे। पहले फिल्म रिलीज़ थिएटर पर रिलीज़ होने वाली थी। लेकिन कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बुरे असर के बाद ये फिल्म 24 जुलाई को OTT प्लेटफार्म पर रिलीज़ होगी। इस फिल्म में उनके साथ संजना संघी नज़र आने वाली हैं। संजना अपनी पहली ही फिल्म से सुशांत की अच्छी दोस्त बन गई थी। दोनों खाने, पढाई को लेकर एक दूसरे से खूब बातें करते थे। इस बारे में खुद संजना ने बात की

    सुशांत और संजना कई मामलों में एक जैसे ही थे। दोनों अपने कॉलेज के टॉपर थे। सेट पर पहले ही दिन दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गई। सुशांत वैसे तो इंट्रोवर्ट थे लेकिन संजना से उनकी दोस्ती होने में वक़्त नहीं लगा। सुशांत की ही तरह संजना भी अपने कॉलेज की टॉपर रह चुकी हैं। सुशांत ने फिजिक्स में टॉप किया था तो वही संजना पॉलिटिकल साइंस की टॉपर रह चुकी है। सेट पर दोनों अपनी किताबी ज्ञान पर घंटो- घंटो बाते करते थे। सुशांत की ही तरह संजना को भी किताबे पढ़ने का काफी शौक हैं। संजना कहती हैं कि सुशांत हमेशा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते थे और कहते थे कि 'तुम जिंदगी बहुत आगे जाओगी'।

    संजना कहती हैं हम दोनों ने ही 'द फॉल्ट इन आवर स्टार्स' हॉलीवुड फिल्म और किताब पढ़ी हुई थी। इसी वजह से अपने-अपने कैरेक्टर को जीना हमारे लिए बहुत ही आसान और रोमांचक था। इससे जुड़े एक वाक्ये के बारे में संजना बताती हैं कि कैसे वो और सुशांत इस फिल्म की स्क्रिप्ट को पढ़ते थे। संजना ने कहा, हम दोनों, पढ़ाकू, स्क्रिप्ट को शुरू से अंत तक एक-एक करके पढ़ते थे। हमारी स्क्रिप्ट ऐसी दिखती थी मानो फटी हुई नॉवेल हो जो काफी सालों पुरानी हैं, जिसमे पोस्ट के निशान थे। मैं बहुत नर्वस रहती थी। लेकिन मुकेश के कहने के बाद हम सब सहज हो जाते

    संजना बताती हैं कि सुशांत भी उन्हीं की तरह खाने के बड़े शौकीन थे। लंच के टाइम पर पूरा टेबल खाने से भर जाता था, लेकिन तीनो को खाना फर्श पर ही खाने में अच्छा लगता था। संजना कहती है, सुशांत अक्सर खाते वक्त उनका मजाक उड़ाया करते थे कि वह कितना ज्यादा खा सकती है।

    इतना ही नहीं संजना यह भी कहती हैं कि एक बार खाने के ही दौरान उनके पापा का मैसेज आया कि उन्होंने पॉलिटिकल साइंस में गोल्ड मेडल हासिल किया है, यह खबर सुनते ही सुशांत और डायरेक्टर मुकेश छाबड़ा काफी खुश हुए और उन्हें ढेर सारी बधाइयां दी। वो कहती हैं कि 'शिक्षा और सिनेमा के लिए सुशांत की कही बातें अनमोल हैं, जिसे मैंने संभाल कर रखी है'। संजना बहुत ही कम वक़्त में सुशांत को जान गई थीं। दोनों के बीच दोस्ती का बहुत अच्छा रिश्ता था जिसे आज भी समझना ने संभाल कर रहा है।

    सुशांत के साथ अपनी पहली फिल्म ‘दिल बेचारा’ से संजना बॉलीवुड में कदम रखने जा रही हैं। उनकी पहली फिल्म 24 जुलाई को डिज्नी हॉटस्टार पर रिलीज़ होने वाली है।