पार्थ समथान ने बताई अपने संघर्ष की कहानी, बोले- एक वक़्त था जब रहने के लिए नहीं था घर!
पार्थ समथान ने बताई अपने संघर्ष की कहानी
‘कसौटी ज़िंदगी की’ एक्टर पार्थ समथान का नाम आज भले घर-घर में पहचाना जाता हो, मगर एक समय ऐसा था जब उनके पर रहने के लिए घर नहीं था। अपने नए शो ‘मैं हीरो बोल रहा हूँ’ की रिलीज़ के लिए तैयार पार्थ ने एक नए इंटरव्यू में अपने संघर्ष के बारे में बताते हुए कहा कि वो अपने संघर्ष को एक ऐसे अनुभव के रूप में याद रखते हैं जो उन्हें आगे बढ़ने में मदद करता है। आईएएनएस से बात करते हुए पार्थ ने बताया, ‘मुझे संघर्ष करना पड़ा, मगर ये वो यादें हैं जिन्हें मैं हमेशा सँजो कर रखता हूँ। एक समय तथा जब मेरे पास रहने के लिए एक घर नहीं था, मैं रात भर अपनी कार में मरीन ड्राइव के किनारे सोया। मैंने इसे एक ऐसे अनुभव की तरह लिया जिसे मन याद कर सकूँ’।
पार्थ ने कहा कि वो अपने करियर की शुरुआत में बहुत शर्मीले थे और इसलिए उन्होने थिएटर करने का फैसला किया। उन्होने बताया, ‘मैंने थिएटर किया है। मैं क्राफ्ट सीखने में यकीन करता था। मैंने एक्टिंग इंस्टीट्यूट से भी एक कोर्स किया था, ताकि मैं खुल जाऊं। आज मैं कॉन्फ़िडेंस से कैमरा फेस कर सकता हूं और ढेर सारे लोगों के सामने एक्टिंग कर सकता हूँ। इसने मुझे ऐसा एक्सपोजर दिया है’। पार्थ का शो ‘मैं हीरो बोल रहा हूँ’ 20 अप्रैल को ऑल्ट बालाजी और ज़ी5 पर रिलीज़ होगा।