माइकल डगलस: अमेरिकन एक्टर्स ज़्यादा मेनली नहीं होते

    माइकल डगलस: अमेरिकन एक्टर्स ज़्यादा मेनली नहीं होते

    70 साल के माइकल डगलस का कहना है कि हॉलीवुड के रोल्स की मस्कुलिनिटी की ज़रूरत के लिए अमरीकन एक्टर्स मेनली नहीं है। वैरायटी के मुताबिक इस ऑस्कर-विनिंग एक्टर को लगता है कि हॉलीवुड का काम ब्रिटिश और ऑस्ट्रेलियाई एक्टर्स को मिल जाता है क्योंकि अमेरिकन एक्टर्स 'असेक्सुअल' होते है। उनका कहना है कि अमेरिकन एक्टर्स अपनी स्किल सुधारने के बजाये सोशल मीडिया पर ज़्यादा फोकस करते हैं।

    डगलस ने इंडिपेंडेंट से कहा, "यूएस में हमारे यहाँ एक असेक्सुअल या यूनिसेक्स एरिया है जिसमे सेंसिटिव यंग लड़के हैं हमारे पास कोई चैनिंग टेटम या क्रिस प्रेट नहीं है जबकि ऑस्ट्रेलिअन्स के पास है। यह एक फिनोमिना है। यंग अमेरिकन एक्टर्स चाहे लड़का हो या लड़की उनके साथ कुछ तो चल रहा है क्योंकि ब्रिटिश या ऑस्ट्रेलियाई बेस्ट अमेरिकन रोल्स हथिया रहे हैं।
     

    "ज़ाहिर है, आखिर में दो बातें हो जाती है। ब्रिटेन में वो लोग अपनी ट्रेनिंग बहुत सीरियसली लेते हैं जबकि स्टेट्स में सब एक तरह की सोशल मीडिया इमेज कॉन्शियस चीज़ से गुजर रहे हैं बजाये की कोई फॉर्मल ट्रेनिंग के। बहुत सारे एक्टर्स इस इमेज वाली चीज़ में फंस गए हैं जो आगे जाकर उनकी रेंज पर असर डालेगा", उन्होंने कहा। यह 'फॉलिंग डाउन' एक्टर आनेवाली फिल्म 'एंट-मैन' में दिखाई देंगे। यह फिल्म इस साल 17 जुलाई को थिएटर्स में आएगी।

    माइकल डगलस: अमेरिकन एक्टर्स ज़्यादा मेनली नहीं होते