कंगना रनौत और रितिक रोशन के बीच चल रही क़ानूनी लड़ाई का हुआ अंत !

    कंगना रनौत और रितिक रोशन के बीच चल रही क़ानूनी लड़ाई का हुआ अंत !

    कंगना रनौत और रितिक रोशन के बीच चल रही क़ानूनी लड़ाई का हुआ अंत !

    क्राइम बांच के जॉइंट कमिश्नर ऑफ पुलिस संजय सक्सेना ने कहा, 'हम इस मेल आईडी से संबंधित कुछ भी पता करने में असमर्थ रहे, क्योंकि इसका सर्वर अमेरिका से जुड़ा है। अब यह पता लगाना काफी कठिन है कि इस अकाउंट का इस्तेमाल कौन कर रहा था। हम मौजूदा सबूतों के आधार पर केस को बंद करने की कोशिश कर रहे हैं।'

    इस ईमेल के मुताबिक रितिक कंगना के साथ रिलेशनशिप में थे, लेकिन रितिक ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि यह सब इतने बड़े स्कैंडल में तब्दील होने से पहले तक कंगना ने पहले कभी इन ईमेल्स का उनसे जिक्र नहीं किया। हालाँकि कंगना कह चुकी हैं कि रितिक झूठ बोल रहे हैं और वे दोनों अक्सर ही एक-दूसरे को ईमेल भेजा करते थे।

    दोनों सितारों के आरोप और प्रत्यारोप की खबरें मीडिया में खूब सुर्खियों में रहीं। कंगना की एक करीबी ने यह भी दावा भी किया था कि जनवरी 2014 में रितिक कंगना के पीछे-पीछे स्विट्ज़रलैंड से पैरिस पहुँच गए थे, जहाँ उन्होंने कंगना को प्रपोज़ किया था। हालाँकि रितिक के लीगल टीम ने इस दावे को झूठा बताया। कंगना के वकील का यह आरोप था कि रितिक ने कंगना का ईमेल हैक कर लिया और उन्होंने उनके बीच हुई बातचीत के कई मेल डिलीट कर दिए।

    रितिक की टीम कंगना द्वारा लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर चुकी है और उल्टा कंगना पर रितिक को परेशान करने का दावा कर चुकी है। टीम का आरोप था कि कंगना एक दिन में रितिक को करीब 50 मेल किया करती थी। कंगना पर एस्परगर्स सिंड्रोम (एक प्रकार की मानसिक बीमारी) की शिकार होने का आरोप भी लगा।

    मुंबई पुलिस के फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स इस ईमेल आईडी से जुड़े किसी भी फैक्ट्स को साबित करने में नाकाम रहे और इस मामले के रिपोर्ट को 'निल रिपोर्ट' बताकर जमा किया गया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'इस केस का अंत हो गया। अमेरिका बेस्ड सर्वर के डेटा की मदद से ही यूज़र के बारे में हम कुछ पता लगा पाते।'

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