पद्मावत' के आखिरी सीन को बैन करने की याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने किया ख़ारिज, पूछा ये सवाल !
'सुप्रीम कोर्ट ने संजय लेला भंसाली की फिल्म 'पद्मावत' के आखिरी सीन, जिसमें दीपिका और अन्य महिलाओं को जौहर करते दिखाया गया था, को हटाने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका को खारिज कर दिया है। ये याचिका सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने दायर की थी और कहा था कि फिल्म का आखिरी सीन सामाजिक बुराईयों को बढ़ावा देने वाला है। सीजेआई दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली तीन जजों की पीठ ने याचिकाकर्ता को फटकार लगाते हुए कई सवाल पूछे। सीजेआई दीपक मिश्रा ने पूछा कि क्या आप समझते हैं कि फिल्म देख कर कोई महिला सती हो जाएगी? क्या आप कहेंगे कि देवदास देख कर लोग शराबी बन गए?
सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश ने फिल्म 'पद्मावत' पर सती प्रथा प्रिवेंशन एक्ट 1987 का उल्लंघन करते हुए मुकदमा दर्ज करने की मांग की थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म पद्मावत में सती प्रथा को बढ़ावा दिया गया है, जो प्रिवेंशन एक्ट का खुलेआम उल्लंघन है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को ख़ारिज करते हुए याचिकाकर्ता को कहा कि राई का पहाड़ मत बनाए।
बता दें कि दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह स्टारर इस फिल्म की रिलीज़ से पहले देशभर में काफी विवाद हुआ था। हालांकि जनता को ये फिल्म पसंद आई और इसने भारत में 300 करोड़ रुपये की कमायी की।