यश की पहचान पर सवाल खड़ा करके बुरा फंसे अल्लू अरविंद, गुस्साए लोगों ने लिया आड़े हाथ
एक इवेंट में अल्लू अरविंद यश पर कमेंट कर बुरा फंस गए हैं। उनके इस कमेंट ने इंटरनेट पर तहलका मचा दिया है। इसके चलते कई लोगों ने सोशल मीडिया पर यश की तुलना अल्लू अर्जुन से की है।
Allu Aravind And Yash
वेटरन फिल्ममेकर और अल्लू अर्जुन के पिता अल्लू अरविंद ने एक्टर यश पर कमेंट कर कई लोगों को निराश कर दिया है। अल्लू अरविंद फिल्म 'कोटाबोम्माली पीएस' के टीज़र लॉन्च में शामिल हुए थे। उन्होंने वहां फिल्म के बजट पर एक्टर्स की फीस के प्रभाव के बारे में बात की। उन्होंने हिट फिल्मों के बाद एक्टर्स के अपनी फीस बढ़ाने पर भी कमेंट किया। अल्लू अरविंद ने इवेंट में कहा कि 'उनका प्रोडक्शन हाउस गीता आर्ट्स बजट के कारण फिलहाल छोटी फिल्मों पर फोकस कर रहा है।'
उनसे पूछा गया कि क्या हिट फिल्मों के बाद सेलेब्स अपनी फीस बढ़ा लेते हैं, जिससे फिल्म के बजट पर असर पड़ता है। उदाहरण के लिए उन्होंने अल्लू अर्जुन और उनके परिवार के अन्य लोगों पर निशाना साधते हुए ये सवाल किया क्योंकि एक्टर एक फिल्म के लिए तगड़ी फीस चार्ज करते हैं। इस बात से इनकार करते हुए कि एक्टर्स की फीस के कारण फिल्मों का बजट ज्यादा होता है, उन्होंने कहा, 'किसी फिल्म के लीड एक्टर को फीस के तौर पर फिल्म के बजट का केवल 20 से 25 प्रतिशत ही मिलता है। तो ये बात सच नहीं है कि सिर्फ उनकी फीस की वजह से फिल्म का बजट बढ़ जाएगा। फिल्म को एक बिग हिट बनाने के लिए एक्टर्स की फीस के अलावा बहुत सारा पैसा खर्च किया जाता है।'
केजीएफ फ्रेंचाइजी के लिए फेमस यश का नाम लेते हुए अरविंद ने सुझाव दिया कि 'उनकी फिल्में रिच प्रोडक्शन के कारण चलीं। 'केजीएफ' फिल्म की रिलीज से पहले यश कौन था? उस फिल्म ने शोर क्यों मचाया? यही वह समृद्धि थी जिसके कारण फिल्म को सक्सेस मिली। यह तो केवल एक उदाहरण है। फिल्म का हीरो कोई भी हो, यह अपनी मेकिंग के कारण ही दर्शकों को अट्रैक्ट करता है।'
यश और उनकी फिल्मों पर किया गया उनका कमेंट लोगों को पसंद नहीं आया। फैंस सोशल मीडिया पर फिल्म मेकर को ट्रोल कर रहे हैं। एक ने लिखा, 'केजीएफ केवल यश की वजह से खास है। उसके बिना इमेजिन करना भी मुमकिन नहीं है। यही उनका योगदान है। इस आदमी की समस्या क्या है?'एक अन्य यूजर ने कहा, 'मुझे लगता है कि उन्हें सेल्फ मेड सुपरस्टार यश के बारे में बात करने से पहले अपने खुद के नेपोटिज्म प्रोडक्ट अर्जुन के बारे में बात करने की जरूरत है।'एक अन्य ने कहा, 'यहां तक कि अल्लू अर्जुन भी टियर-2 रेंज के एक छोटे एक्टर थे, जो अपनी बड़ी फिल्म 'अलावैकुंटापुरम लो' तक विजय देवरकोंडा के साथ कम्पटीशन करते थे।'एक फैन ने कहा, 'इसमें कुछ भी गलत नहीं है जब लोग कहते हैं कि 'केजीएफ' से पहले उन्हें नहीं पता था कि यश कौन है।'एक शख्स ने लिखा, 'इस बात का यकीन करना आसान नहीं है लेकिन यश को ऊंचाइयों तक पहुंचने के लिए 2 फिल्में ही काफी थी जो कई लोगों के लिए पूरी लाइफ में भी मिला पाना पॉसिबल नहीं है।'