बेंगलुरु के बस स्टैंड पर पहुंचे रजनीकांत, इस जगह पर करते थे कंडक्टर का काम
रजनीकांत बेंगलुरु के जिस बस स्टैंड पर करते थे काम, आज उसी जगह जाकर लोगों संग खिंचवाई सेल्फी
सुपरस्टार रजनीकांत इन दिनों अपनी फिल्म जेलर को लेकर चर्च मे हैं। 10 अगस्त को रिलीज हुई फिल्म ने 300 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। इस फिल्म में रजनीकांत एक पुलिस ऑफिसर के रोल में नजर आए हैं और दुश्मनों को अपने ही अंदाज कूट-कूटकर धोते नजर आए हैं। फिल्म के सक्सेस के बाद एक्टर लगातार टूर पर हैं।
हाल ही में रजनीकांत बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (बीएमटीसी) बस स्टैंड पर पहुंचे। ये वही जगह है जहां पर रजनीकांत कभी कंडक्टर का काम किया करते थे। 72 साल के एक्टर को देखकर हर कोई हैरान था। रजनीकांत ने जयनगर के बस स्टैंड पर बीएमटीसी ड्राइवरों, कंडक्टरों और अन्य कर्मचारियों के साथ कुछ मिनट बिताए और अपने एक्टर को सामने देखकर हर कोई बहुत खुश था। वो सेल्फीज उनके साथ सेल्फीज क्लिक करवा रहे थे।
रजनीकांत का नाम कभी शिवाजी राव गायकवाड़ था। उन्हें तमिल डायरेक्टर दिवंगत के. बालचंद्र ने अपनी एक फिल्म 'अबूरवा रागंगल' (1975 ) में ब्रेक दिया था। फिल्म में कमल हासन भी थे। इसके बाद रजनीकांत का करियर चमकता ही चला गया।
रजनीकांत ने अपना बचपन बेंगलुरु में बिताया था और अपने फिल्मी करियर को आगे बढ़ाने के लिए वो चेन्नई चले गए थे। वो यहां 22 साल की उम्र तक इस शहर में रहे थे।
हाल ही में हुई कंट्रोवर्सी
रजनीकांत जब यूपी के दौरे पर थे तो उनकी मुलाकात यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से हुई थी। उनकी एक तस्वीर काफी वायरल हुई थई जिसमें वो उनके पैर छू रहे हैं। लोगों ने ऐतराज किया कि 72 साल के रजनीकांत अपने से छोटे उम्र के सीएम के पैर क्यों छू रहे हैं। लेकिन रजनीकांत ने भी इसकी वजह साफ कर दी थी। उन्होंने कहा कि वो जब भी किसी साधू या सन्यासी को देखते हैं तो वो उसके पैरों में गिर जाते हैं, फिर वो ये नहीं देखते हैं कि कितनी उम्र का है।