जब अजय देवगन की सास को डायरेक्टर ने मारा था थप्पड़, परिवार चलाने के लिए शुरू की थी एक्टिंग
इस महिला दिवस पर जानिए कि किस एक्ट्रेस ने परिवार को सपोर्ट करने के लिए चुना था फिल्मों में काम करना, शौक नहीं था एक्टिंग
बॉलीवुड में तमाम ऐसे स्टार्स हैं जिन्होंने बचपन में ही फिल्मी दुनिया में कदम रख लिया था और कई फिल्मों में चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर नजर आए थे। इनमें से एक एक्ट्रेस ऐसी भी हैं जिन्होंने अपनी मर्जी से नहीं बल्कि घर को सपोर्ट करने के लिए एक्टिंग को अपना करियर चुना। साथ ही उन्हें एक बार तो डायरेक्टर से थप्पड़ भी खाना पड़ा। ये कोई और नहीं बल्कि वेटरन एक्ट्रेस और काजोल की मां तनुजा हैं।
तनुजा की फिल्म की दुनिया की शुरुआत 5 साल की उम्र से होती है। जब उन्होंने 1950 में आई फिल्म 'हमारी बेटी' में छोटी नूतन का रोल किया था। लेकिन जब तनुजा ने फिल्म में थोड़ा सा रोल करके अपनी आवाज सुनी तो मां को कहा, ''अभी मेरे को काम नहीं करना है, मेरी आवाज एकदम चुहिया जैसी है।'' लेकिन मां शोभा समर्थ ने बेटा को एक ग्लास नींबू पानी पिलाने का वादा किया और फिल्म की शूटिंग करवा डाली।
हालांकि बाद में तनुजा को इंग्लिश स्कूल में पढ़ाई के लिए स्विट्जरलैंड भेज दिया गया। पर घर की फाइनेंशियल हालत बिगड़ गई और उन्हें इंडिया वापस आना पड़ा। यहां वापस आकर उन्हें घर को सपोर्ट करना था और इसलिए दोबारा एक्टिंग शुरू कर दी।
तनुजा ने अपने एक इंटरव्यू में कहा था, ''1960 में जब मैंने स्कूल खत्म किया और छुट्टियों पर घर आई, तो मैंने देखा कि परिवार की आर्थिक स्थितियां थोड़ी खराब थीं। मेरी बहन की शादी पहले ही हो चुकी थी, इसलिए उससे परिवार की देखभाल की उम्मीद करना ठीक नहीं था, और क्योंकि मैं लाइन में अगला नंबर मेरा था, इसलिए परिवार की देखभाल करने की जिम्मेदारी मुझ पर थी। इसलिए मैंने काम शुरू किया। मेरा एक छोटा भाई और बहन थे, जो तब स्कूल में थे और मेरी मां की तबीयत ठीक नहीं थी। इसलिए, मैं इस पेशे में अपनी पसंद से नहीं, बल्कि फाइनेंशियल कारणों से आई हूं।''
जब डायरेक्टर और मां दोनों ने मारा थप्पड़
तनुजा को फिल्म 1961 में आई फिल्म हमारी याद आएगी से नोटिस किया गया। इसे किदार शर्मा ने डायरेक्ट किया था, जिनसे तनुजा को साफ हिंदी बोलने और कैमरा फेस करना सीखने का मौका मिला।
लेकिन नूतन ने साथ ही एक ऐसी घटना भी बताई जब एक डायरेक्टर ने उन्हें थप्पड़ मार दिया था। उन्हें रोने की एक्टिंग करनी थी लेकिन तनुजा ने डायरेक्टर को बोल दिया, ''मैं आज रोने के मूड में नहीं हूं।'' नाराज डायरेक्टर तनुजा के नखरे नहीं झेल सका और थप्पड़ जड़ दिया।
तनुजा घर चली गईं। लेकिन जब उन्होंने मां को पूरी बात बताई तो मां ने भी तनुजा को थप्पड़ मारा। इसके बाद वो उन्हें डायरेक्टर के पास ले गईं और बोलीं, ''अब ये रो रही है। आप शूटिंग फिर से शुरू कर सकते हैं।''
तनुजा मेमदीदी, चांद और सूरज, बहारें फिर भी आएंगी, पैसा या प्यार, ज्वेल थीफ, नई रोशनी, जीने की राह, अनुभव, मेरे जीवन साथी, हाथी मेरे साथी और दो चोर जैसी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं।