डबल एक्सएल रिव्यू: सोनाक्षी और हुमा की फिल्म से आती है 'फील गुड' वाली फीलिंग!

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    डबल एक्सएल

    हुमा कुरैशी और सोनाक्षी सिन्हा की 'डबल' एक्स दो अलग अलग सोसायटी की लड़कियों की कहानी है। भले ही दोनों अलग अलग सोसायटी की हैं लेकिन मोटापे की दिक्कत तो दोनों की ही एक है। अब इससे कैसे उबरा जाए ये फिल्म में दिखाया गया है।

    Director :
    • सतराम रमानी
    Cast :
    • हुमा कुरैशी,
    • सोनाक्षी सिन्हा,
    • जहीर इकबाल और महत राघवेंद्र
    Genre :
    • ड्रामा कॉमेडी
    Language :
    • हिंदी
    डबल एक्सएल रिव्यू: सोनाक्षी और हुमा की फिल्म से आती है 'फील गुड' वाली फीलिंग!
    Updated : November 02, 2022 11:13 PM IST

    सोनाक्षी सिन्हा और हुमा कुरैशी स्टारर फिल्म में एक ऐसा मुद्दा उठाया गया है जो हम सबके बीच में बहुत कॉमन है। अगर आप पहली बार इस फिल्म के बारे में सोचेंगे तो आपको लगेगा कि बस वही बॉडी शेमिंग की बात की गई होगी और महिलाओं का मजाक बनाकर उसे फिर सेंसेटिव तरीके से दिखाया गया होगा। लेकिन ये फिल्म आपकी सोच से थोड़ा आगे निकल जाती है। फिल्म को हंसी मजाक के तरीके से दिखाया गया है लेकिन इमोशन्स की भी कोई कमी नहीं रखी गई है। ऐसे में क्या सोनाक्षी और हुमा स्टारर फिल्म को देखना पैसा वसूल होगा या नहीं। आइए इस पूरे रिव्यू में जानें।

    फिल्म की कहानी
    फिल्म में दो ओवर वेट लड़कियों की कहानी दिखाई गई है। जिन्हें हमेशा मोटी कहकर पुकारा गया। उन्हें उनके करियर को लेकर सलाहें मिली कि जो काम वो करने जा रही हैं। उनमें वो बिलकुल फिट नहीं बैठतीं। एक है मेरठ की सीधी साधी लड़की राजश्री त्रिपाठी (हुमा कुरैशी) जिसे क्रिकेट प्रेजेंटर बनना है और दूसरी है दिल्ली की सायरा खन्ना (सोनाक्षी सिन्हा), जो अपना फैशन की दुनिया में नाम बनाना चाहती है। दोनों एक इत्तेफाक से दिल्ली में मिलते हैं और फिर अपने सपनों को पूरा करने के लिए लंदन चले जाते हैं। राजश्री सायरा की प्रोजेक्ट फिल्म की डायरेक्टर बन जाती हैं और सायरा के साथ इसलिए लंदन चली जाती हैं क्योंकि उन्हें जिस कंपनी में अपने साइज की वजह से इंटरव्यू भी देने का मौका नहीं मिला, उसका बॉस लंदन मे हैं और वो उसे समझाना चाहती है कि साइज नहीं नॉलेज मैटर करता है।

    राजश्री का परिवार एक मिडिल क्लास फैमिली से है लेकिन सायरा का भाई एक कंपनी का मालिक है और वो काफी संपन्न परिवार हैं। खैर लंदन में सायरा का प्रोजेक्ट शूट होता है। इनका कैमरा पर्सन होता हैं श्रीकांत (महत राघवेंद्र)। महत ने इस फिल्म से ही बॉलीवुड में अपना डेब्यू किया है। वहीं लाइन मैनेजर बनते हैं जहीर इकबाल। जिन्हें आप फिल्म नोटबुक में पहले ही देख चुके हैं। इन चारों की लंदन में खूब धमाचौकड़ी मचती है। हर फिल्म की तरह इस फिल्म में भी सब अच्छा अच्छा होता है। 

    फिल्म में क्या अच्छा?
    फिल्म एक मुद्दे पर आधारित है। अकसर ऐसे सोशल मुद्दों को सीरियस कर दिया जाता है, क्योंकि हर फिल्म आयुष्मान खुराना फिल्मों की स्टाइल में नहीं दिखाई जाती हैं। वैसे इस फिल्म में भी आयुष्मान का नाम लिया जाता है। लेकिन बात करें इस फिल्म की तो इसे बड़े ही फन और इमोशन्स के साथ दिखाया गया है। कोई फालतू की सीरियसनेस नहीं है। इस फिल्म को देखकर आपको 'फील गुड' वाली फिलिंग जरूर आएगी। मुद्दा कॉमन है लेकिन हां इसे दिखाने का तरीका थोड़ा अलग है जो इस फिल्म को एंटरटेनिंग बनाता है। एक्टिंग के मामले में सोनाक्षी - हुमा से लेकर बाकी एक्टर्स ने भी दिल जीतने वाली परफोर्मेंस दी है। फिल्म का फर्स्ट हाफ काफी बेहतरीन है लेकिन पूरी फिल्म में आपको कहीं बोरियत फील नहीं होगी। इस मामले में डायरेक्टर सतराम रमानी ने बेहतरीन काम किया है।

    फिल्म के कई मोमेंट्स हैं जो दिल छू लेंगे। जब हुमा सोनाक्षी को बोलती हैं कि उन्होंने अपनी मां से बात की और बताया कि उन्होंने कपिल देव का इंटरव्यू लिया है तो मां इस बात को इग्नोर कर देती हैं और बस बताती हैं कि उन्होंने उसके लिए लड़का ढूंढा है। इसके अलावा वो मोमेंट भी बेहतरीन है जब कपिल देव की एंट्री होती है और ऐसा लगता है मानो पठान फिल्म के शाहरुख खान ने एंट्री ली हो।

    कहां रह गई कमी?
    फिल्म में आपको जब गाने सुनने को मिलते हैं तो अच्छे म्यूजिक की कमी खलती है। मुद्दा वैसे तो बॉडी शेमिंग का ओवरऑल है लेकिन इसे सिर्फ लड़कियों तक ही सीमित रखा गया है जबकि मोटे लड़कों का कम मजाक नहीं बनता। फिल्म फले ही आपको बोर न करे लेकिन बहुत ज्यादा वॉव फैक्टर भी नहीं है। क्योंकि सब कुछ आपको पहले ही समझ में आ जाता है कि फिल्म में क्या हो रहा है और क्या होने वाला है।

    फिर भी फिल्म में एंटरटेनमेंट की कमी नहीं है और फिल्म आपको मूड बिल्कुल भी खराब नहीं करेगी। इसलिए आप चाहे सोशल मुद्दे की वजह से या फैमिली के साथ एंटरटेनमेंट के लिए फिल्म देखना मन बना सकते हैं। आप निराश नहीं होंगे।

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