डायरेक्टर शैलेश गुप्ता की राम एंथम देखते ही पीएम मोदी भी नहीं रोक पाए इमोशन, तीन महीनों तक लिखे गये थे गीत ( Exclusive)

    नेशनल अवार्ड के ज्यूरी रहे डायरेक्टर शैलेश गुप्ता ने की इंडस्ट्री में कास्टिंग काउच, ड्रग्स की बात, राम के नाम की नेशनल एंथम हुई वायरल 

    डायरेक्टर शैलेश गुप्ता की राम एंथम देखते ही पीएम मोदी भी नहीं रोक पाए इमोशन, तीन महीनों तक लिखे गये थे गीत ( Exclusive)

    इस साल की शुरुआत में ही भगवान श्री राम अपने घर अयोध्या पहुंच चुके हैं। 22 जनवरी को हुए श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में देश की कई नामचीन हस्तियों की मौजूदगी में इतना बड़ा आयोजन किया गया जिसके चर्चे विदेशों में तक हो रहे हैं। राम लला के मंदिर में पधारने से देश में अलग तरह के जश्न का माहौल देखने को मिला था। शैलेश गुप्ता के डायरेक्शन में भगवान श्री राम के नाम की राम एंथम तक तैयार की गई जिसे शायद अब सालों याद किया जायेगा।

    ये राम एंथम रिलीज़ होते ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक ने अपने ट्विटर अकाउंट पर तारीफ करते शेयर की थी। राम एंथम के वीडियो में दिग्गज शंकर महादेवन इस गाने को अपनी आवाज देने के साथ कंपोज़ किया। इनेक अलावा कैलाश खेर, आकृति कक्कड़, शान, प्रेम प्रकाश दूबे जैसे कलाकार ‘हे भारत के राम पधारो अपने धाम’ गाते नज़र आ रहे हैं। खास बात ये है कि इस गाने को शैलेश गुप्ता ने अपने नज़रिए से डायरेक्ट किया है। इससे पहले शानदार काम कर चुके शैलेश ने देसीमार्टीनी के साथ खास बातचीत में गाने के पीछे की पूरी कहानी बताई।

    डायरेक्टर शैलेश गुप्ता ने बताया कि इस गाने को लिखने में मशहूर गीतकार समीर अनजान ने तीन महीनों से ज्यादा का समय लग गया। म्यूजिक डायरेक्टर शंकर महादेव ने अपनी आवाज के साथ गाने को म्यूजिक दिया जिसे फिल्माने में आठ से नौ दिन लगे। 20 जनवरी को ये गाना यूट्यूब पर रिलीज़ किया गया और 21 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ट्विटर पर शेयर किया।

    डायरेक्टर शैलेश गुप्ता ने आगे बताया कि इस गाने के लिए उन्होंने कुछेक एक्टर से बात की थी जो वीडियो में नज़र आ सके। लेकिन राम के नाम पर आज भी इंडस्ट्री के लोगों में डर है। साथ ही उनके पास इतना पैसा नहीं था जिससे वो बड़े कलाकारों को राम एंथम के वीडियो में नज़र आने के लिए दे पाते। हालांकि, पूरी इंडस्ट्री से सिर्फ एक्टर रणदीप हुड्डा ने ही गाने के वीडियो में नज़र आने के लिए हामी भरी थी। लेकिन लिप्सिंग की दिक्कत की वजह से ये गाना आम कलाकारों में ही शूट किया गया।

    डायरेक्टर शैलेश गुप्ता ने इंडस्ट्री में चले आ रहे ड्रग्स और कास्टिंग काउच के बारे में भी बात की। डायरेक्टर ने बताया इंडस्ट्री में ऐसे मुद्दों पर कम ही लोग बोल पाते हैं और जो बोल जाता है उन्हें इंडस्ट्री से बाहर कर दिया जाता है। ये एक काला सच है जिस पर कम ही लोग बात कर पाते हैं।

    डायरेक्टर शैलेश गुप्ता नेशनल अवार्ड 2019 में ज्यूरी का भी हिस्सा रहे हैं। ये वही साल है जब विक्की कौशल को अपनी फिल्म उरी के लिए बेस्ट एक्टर का नेशनल अवार्ड जीता था। साथ ही आयुष्मान खुराना की फिल्म अंधाधुन ने अपने नाम किया था। नेशनल अवार्ड के क्राइटेरिया पर बात करते हुए डायरेक्टर ने बताया कि उनका बतौर ज्यूरी का चुनाव उनके काम को देख कर हुआ था। नेशनल अवार्ड का विनर चुनने से पहले साथी ज्यूरी के साथ उनकी बातचीत हुई थी और आपसी सहमति के बाद ही अंतिम फैसले पर पहुंचा गया था। अब डायरेक्टर शैलेश गुप्ता आने वाले प्रोजेक्ट्स में उनके काम को देखने का इंतजार हो रहा है।

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