Sam Bahadur Review: सैम बहादुर बनकर विक्की ने तय किया देशद्रोही से लेकर पद्म विभूषण तक का सफर, रफ्तार से दौड़ती दिखी कहानी

    3.0

    सैम बहादुर

    फिल्म सैम बहादुर में फिल्ड मार्शल सैम मानेक्शॉ की बायोग्राफी है जिन्होंने देश के लिए कई जंगें लड़ी हैं। कहानी में दिखाया गया है कि किस तरह से अपनी जिंदगी की हर चुनौतियों का सामना करते हुए सैम बहादुर ने फील्ड मार्शल का खिताब हासिल किया था।

    Director :
    • मेघना गुलजार
    Cast :
    • विक्की कौशल,
    • फातिमा सना शेख और सनाया मल्होत्रा
    Genre :
    • बायोग्राफी, एक्शन, थ्रिलर
    Language :
    • हिंदी
    Platform :
    • सिनेमाघर
    Sam Bahadur Review: सैम बहादुर बनकर विक्की ने तय किया देशद्रोही से लेकर पद्म विभूषण तक का सफर, रफ्तार से दौड़ती दिखी कहानी
    Updated : November 30, 2023 10:38 PM IST

    विक्की कौशल की मच अवेटेड फिल्म 'सैम बहादुर' आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। इस फिल्म में विक्की कौशल के अलावा फातिमा सना शेख और सनाया मल्होत्रा मुख्य किरदारों में नजर आ रही हैं। फिल्म 'सैम बहादुर' में दिखाया गया है कि किस तरह से सैम मानेकशॉ ने बिना किसी के आगे घुटने टेके देश को दुश्मनों के चंगुल से बचाया था। फिल्म 'सैम बहादुर' की कहानी में दिखाया गया है कि सैम बहादुर ने कैसे अपनी जवानी से लेकर बुढ़ापे के दिनों को देश की सेवा में खर्च कर दिए। तो फिर देर किस बात की जानते हैं कि फिल्म 'सैम बहादुर' की कहानी में ऐसा क्या है जो आपको ये फिल्म देखनी चाहिए। 

    क्या है कहानी?

    फिल्म 'सैम बहादुर' की कहानी की शुरुआत उनकी जवानी के दिनों से की गई थी। फिल्म के पहले सीन में दिखाया गया है कि किस तरह से रात भर पार्टी करने के चक्कर में सैम बहादुर ने अपने सीनियर्स से पंगा ले लिया। फिल्म की शुरुआत में कल्की कोचलिन ने केमियो करके सबका दिल जीत लिया है। सजा मिलने के बाद भी सैम बहादुर ने अंग्रेजों के सामने घुटने नहीं टेके। सैम बहादुर बार बार अपने अंग्रेजी अफसरों के खून जलाने की वजह बनते थे। जिसके बाद कहानी में सैम बहादुर की लव स्टोरी दिखाई थी। चंद सीन्स में ही सैम बहादुर की शादी से पिता बनने के सफर को दिखाया गया। उसके बाद सैम बहादुर ने अपनी पूरी जवानी जंग में बिता दी। कभी सैम बहादुर चीन के साथ पंगा लेते दिखे तो कभी उन्होंने पाकिस्तान को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। आखिर तक भी सैम बहादुर अपने देश के दुश्मनों के साथ लड़ाई करते रहे। देश को बचाने के लिए सैम बहादुर ने तो उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से भी दुश्मनी मोल ले ली थी। एक समय ऐसा भी आया जब इंदिरा गांधी को लगने लगा कि सैम बहादुर पाकिस्तान की तरह भारत में सेना की हुकूमत चलाएंगे। हालांकि सैम बहादुर ने साफ कर दिया कि उनका ऐसा कोई भी इरादा नहीं है। सैम बहादुर की कहानी में इस अफसर की फर्श से लेकर अर्श तक की कहानी को दिखाया गया है। फिल्म में दम तो इतना है कि सैम बहादुर की कहानी देखकर कोई भी देशभक्ति के रंग में रंग सकता है। हालांकि सैम बहादुर की पूरी कहानी समझने के लिए आपको विक्की कौशल की ये फिल्म देखनी होगी। 

    क्या है खास

    फिल्म 'सैम बहादुर' में इस आर्मी अफसर के 94 साल के सफर को ढ़ाई घंटे में दिखाने की कोशिश की गई है। ऐसे में मेघना गुलजार ने आसपास हो रही घटनाओं की बजाय केवल सैम बहादुर पर ही फोकस किया है। सैम बहादुर के सेट पर काफी बारीकी से काम किया गया है। फिल्म देखकर आपको लगेगा कि आप आजादी से पहले के भारत को ही देख रहे हैं। मेगना गुलजार ने आजादी से पहले के भारत को दिखाने के लिए कमाल की लोकेशन का चुनाव किया है। अगर आप आधुनिक भारत के इतिहास में जरा भी रुचि रखते हैं तो ये फिल्म आपके लिए ही बनी है। सैम बहादुर की कहानी में आजादी से लेकर बांग्लादेश बनने तक की क्रोनोलॉजी को बड़ी ही बारीकी से दिखाया गया है। वहीं विक्की कौशल, फातिमा सना शेख और सनाया मल्होत्रा ने फिल्म में शानदार एक्टिंग की है। सैम बहादुर बनने के लिए विक्की कौशल ने खुद को किरदार में ढ़ाल लिया है। कोई देखकर कह नहीं सकता कि फिल्म में विक्की कौशल काम कर रहे हैं। विक्की कौशल ने फिल्म में बेहतरीन अदाकारी का प्रदर्शन किया है। देखा जाए तो सैम बहादुर विक्की कौशल के करियर की सबसे बेहतरीन फिल्म है। फिल्म की कहानी को जोड़ने के लिए मेघना गुलजार ने अतीत में हुए किस्सों के असली फुटेज का इस्तेमाल किया है। ऐसा करके मेघना गुलजार ने फैंस को फिल्म से और भी ज्यादा कनेक्ट होने का मौका दिया है। रही बात सिनेमेटोग्राफी की तो मेघना गुलजार ने हर सीन को असली दिखाने की पूरी कोशिश की है। असली हथियारों से लेकर पुराने जमाने की गाड़ियां... हर एक चीज को आजादी के पहले के भारत को ध्यान में रखकर दिखाया गया है। सैम बहादुर की कहानी के आगे तो एनिमल की कहानी भी फीकी लग रही है। 

    कहां रह गई कमी?

    मेघना गुलजान ने प्रोफेशन लाइफ के आगे पर्सनल लाइफ को अहमित कम दी है। यही वजह है जो फिल्म में सैम बहादुर की लव स्टोरी ठीक से नजर ही नहीं आई। लोगों को अब भी नहीं पता कि असल जिंदगी में सैम बहादुर का नेचर कैसा था। फातिमा सना शेख ने फिल्म में इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है। हालांकि विक्की कौशल के आगे फातिमा सना शेख कमजोर लगीं। असल जिंदगी में इंदिरा गांधी एक कॉन्फिडेंट महिला थीं। फातिमा सना शेख पर्दे पर इंदिरा गांधी की वो इमेज नहीं बना पाईं। कुछ कुछ जगहों पर फिल्म काफी बोझिल लगी है हालांकि विक्की कौशल ने अपनी अदाकारी के जरिए इन गैप्स को भरने की पूरी कोशिश की है। सैम बहादुर की कहानी में उनकी और जिन्ना की दोस्ती को भी नजरअंदाज किया गया है। अगर फिल्म में जिन्ना का एंगल आता तो ये कहानी और भी मजेदार लगती। हालांकि फिल्म में केवल एक ही जगह जिन्ना का जिक्र किया गया है। मेघना गुलजार जिन्ना के नाम को भुनाने में नाकामयाब रही हैं। कुल मिलाकर देखा जाए तो इस फिल्म को देखने वाले के मन में एक बार के लिए देशभक्ति की भावना तो जरूर जाग उठेगी। 

    Tags