Bawaal Review: वरुण धवन-जान्हवी कपूर की ये फिल्म इतनी सिंपल है कि न अच्छी लगती है, न बुरी

    2.5

    बवाल

    अज्जू भईया के घमंड के आगे जीत जाती है एक प्यारी सी लव स्टोरी, वर्ल्ड वॉर 2 के रियल लोकेशन सीन प्रभावित करते हैं !

    Director :
    • नितेश तिवारी
    Cast :
    • वरुण धवन,
    • जान्हवी कपूर,
    • मनोज पाहवा
    Genre :
    • फैमिली ड्रामा, रोमांस
    Language :
    • हिंदी
    Platform :
    • अमेज़न प्राइम वीडियो
    Bawaal Review: वरुण धवन-जान्हवी कपूर की ये फिल्म इतनी सिंपल है कि न अच्छी लगती है, न बुरी
    Updated : October 20, 2023 05:29 PM IST

    पिछले कितने ही समय से ऑडियंस एक धमाकेदार फैमिली ड्रामा देखने का इंतजार कर रही है। लेकिन मेकर्स एक मीडिल क्लास फैमिली, किचन में कुकिंग करती माँ, अख़बार पढ़ते पिता के अलावा कुछ खास नहीं दिखा पाते। हाल फिलहाल में कई फैमिली ड्रामा फिल्में रिलीज़ हुई हैं कुछ बवाल नहीं कर पाई। अब ऐसे में वरुण धवन और जान्हवी कपूर की फिल्म ने ऑडियंस को बांधे रखने की अच्छी कोशिश की है।

    जान्हवी कपूर और वरुण धवन की फिल्म ‘बवाल’ थिएटर की जगह OTT प्लेटफार्म अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हो चुकी है। फिल्म की कहानी तो आपको ट्रेलर देख कर समझ आ गई होगी कि एक अज्जू भईया हैं जिनका पूरे लखनऊ में भौकाल है। उन्होंने अपनी झूठी इमेज बनाई हुई है।। इसके साथ ही उन्हें एक डिफेक्टेड बीवी निशा यानी जान्हवी कपूर मिली है। दोनों रिश्ते में प्यार न होने के बाद भी वर्ल्ड वॉर 2 की असली लोकेशन देखने पेरिस जाते हैं। बस स्पॉइलर जैसा इस फिल्म में कुछ है नहीं लेकिन कुछ चीज़े देखने पर ज्यादा अच्छी लगती हैं। इसलिए आगे की कहानी के लिए फिल्म देखिएगा। हां, इस फिल्म में हस्बैंड वाइफ के बीच प्यारे से रिश्ते को प्यार से बुना गया है। दोनों के बीच नफरत नहीं है लेकिन प्यार भी नहीं। साथ ही हिस्ट्री के ज्ञान के लिए आपको वर्ल्ड वॉर 2 से जुड़ी कई असलियत पता चलती है।

    परफॉरमेंस की बात करें तो वरुण धवन अपने हमेशा वाले एक्टिंग मोड़ में ही हैं बस उनके किरदार का नाम बदलता रहता है। वो ओवर एक्टिव हैं और कुछ जगह पर ओवर सेंसेटिव। हालांकि, एक फेक किरदार को उन्होंने अच्छे से निभाया है। जान्हवी कपूर एक गंभीर बीमारी की चपेट में हैं। उनका किरदार उनकी पहली फिल्मों से काफी सही है।

    अब थोड़ी कमियों की बात भी कर लेते हैं। वैसे ये इतनी ज्यादा सिंपल फिल्म है कि न आपको ज्यादा बुरी लगेगी और न बहोत ज्यादा अच्छी। जान्हवी कपूर के किरदार से आप उम्मीद करते हो कि वो अपने लिए आवाज उठाये। लेकिन फिर लीड एक्टर की मासूमियत, गिल्ट और अहसास उन्हें बदल देता है। कहानी का अंत थोड़ा और अच्छा और इंटरेस्टिंग हो सकता था। लेकिन अंत आते आते मेकर्स थोड़ी जल्दी में लगे और कहानी को पेस देने की बजाय अंत दे दिया। फिल्म एक बार तो देखने लायक है। उसके लिए भी थिएटर नहीं जाना पड़ेगा। मेरी तरफ से नितेश तिवारी के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म को 5 में से 2।5 स्टार्स।

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