RRR और पुष्पा जैसी सुपरहिट फिल्में 5 मिनट नहीं झेल सके नसीरुद्दीन शाह, मेकर्स की लगाई लताड़

     'आरआरआर' और 'पुष्पा' जैसी फिल्मों को देखने के बाद मुझे समझ में नहीं आ रहा कि फिल्म में एक्साइटमेंट के अलावा वे और क्या पेश करते हैं?

    RRR और पुष्पा जैसी सुपरहिट फिल्में 5 मिनट नहीं झेल सके नसीरुद्दीन शाह, मेकर्स की लगाई लताड़

    एक्टर नसीरुद्दीन शाह अपने विवादित बयानों के चलते आए दिन सुर्खियों में छाए रहते हैं। द कश्मीर फाइल्स, द केरल स्टोरी और गदर 2 की सफलता को परेशान करने वाला कहने पर एक्टर को विवेक अग्निहोत्री, सुदीप्तो सेन और अनिल शर्मा जैसे फिल्म डायरेक्टर्स की काफी आलोचना झेलनी पड़ी। वहीं एक्टर ने खुलासा किया कि उन्होंने एसएस राजामौली डायरेक्शन में बनी ऑस्कर विनिंग फिल्म आरआरआर और अल्लू अर्जुन स्टारर फिल्म पुष्पा देखने की कोशिश की, लेकिन नहीं देख सकें।

    एक मीडिया चैनल से बात करते हुए, नसीरुद्दीन ने शेयर किया कि उन्हें युवा पीढ़ी पर बहुत भरोसा है जो रामप्रसाद की तेरहवीं और गुलमोहर जैसी छोटी फिल्मों को वह स्वीकार करेगी। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी बहुत ज्यादा विकसित और इनफॉर्म्ड है। उन्होंने कहा कि 'आरआरआर' और 'पुष्पा' जैसी फिल्मों को देखने के बाद मुझे समझ में नहीं आ रहा कि फिल्म में एक्साइटमेंट के अलावा वे और क्या पेश करते हैं? उन्होंने बताया कि वह 'आरआरआर' और 'पुष्पा' तक नहीं पहुंच पाए थे लेकिन उन्होंने मणिरत्नम की 'पोन्नियिन सेलवन' देखी वह मणिरत्नम को एक स्किलफुल डायरेक्टर मानते हैं।

    इससे पहले फरवरी में, नसीरुद्दीन ने कहा था कि हिंदी फिल्म इंडस्ट्री की तुलना में तमिल, कन्नड़, मलयालम फिल्में ज्यादा काल्पनिक होती हैं। उन्होंने साझा किया था कि भले ही साउथ की फिल्में कुछ ज्यादा ही एंटरटेनिंग होती है लेकिन उनका एग्जीक्यूशन हमेशा फ्लालेस होता है। पिछले महीने आईएएनएस के साथ एक इंटरव्यू में, एक्सपीरियंस्ड एक्टर नसीरुद्दीन शाह ने कहा था कि उन्हें लगता है कि इंडियन सिनेमा अपनी कला का और अपनी रिस्पांसिबिलिटी का सही तरीके से निर्वहन नहीं कर रही है। उन्होंने साझा किया था कि सत्यजीत रे चाहते थे कि हमारे दर्शक अधिक समझदार हों, और उन्होंने उन दर्शकों के महत्व पर जोर दिया जो एक फिल्म निर्माता से सवाल करते हैं। उन्होंने यह भी बताया था कि वह सिनेमा में सकारात्मक बदलाव का इंतजार कर रहे हैं।

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